Bhopal News: चुनावी राज्य मध्य प्रदेश की चुनावी फिजा (MP Assembly Election 2023) में धीरे-धीरे निम्न स्तरीय शब्दों की एंट्री होती जा रही है. अब तक मध्य प्रदेश के जनप्रतिनिधी पागल, सड़क छाप, विष, गद्दार, धोखेबाज जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं. इस लिस्ट में नया शब्द जुड़ा है, वह है 'मिस्टर बंटाधार'. इस शब्द की एंट्री बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने करवाई है. उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए किया है.


क्या कहा है बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने


प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षकों को प्रोबेशन के दौरान पहले साल 70 फीसदी वेतन, जबकि दूसरे वर्ष से 100 फीसदी वेतन के निर्णय पर बोलते हुए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज ऐतिहासिक कदम भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उठाया है. मुख्यमंत्री जी ने वो 15 महीने का दुरावस्था का दौर था,चलो-चलो के रास्ते पर चलने वाली सरकार थी.उन्होंने कहा कि 'मिस्टर बंटाधार'जी के इशारे पर चलने वाली कमलनाथ जी की सरकार थी, उन्होंने युवाओं के साथ जो किया था,उसमें सुधार करते हुए टीचरों के मामले में 70 प्रतिशत वेतन पहले साल और फिर बाद में चार फेज में 100 प्रतिशत सैलरी ले जाना,शिक्षकों को दिखा-दिखाकर कि हम आपको यह दे रहे हैं.लेकिन हमारी सरकार ने जो पिछली सरकार ने गलत किया था. लोगों के साथ छल जैसी दुर्भावना के साथ जो काम किया था उसमें सुधार किया है. मुख्यमंत्री जी ने शिक्षकों को पहले साल 70 प्रतिशत सैलरी और दूसरे साल 100 प्रतिशत सैलरी देने का ऐतिहासिक निर्णय किया है, मैं शिक्षकों को बधाई देता हूं. 






शिक्षकों को नियुक्ति पत्र 
बता दें चुनावी साल में युवाओं को सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है.इसी अभियान के तहत प्रदेश के 22 हजार 400 से  ज्यादा युवाओं को शिक्षक के पद पर भर्ती हुई है.अनेक युवाओं को नियुक्ति पत्र भी मिले.इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पिछली सरकार ने गलत किया था उसमें सुधार कर रहा हूं. शिक्षकों को चार हिस्सों सैलरी देना ठीक नहीं था,इसमें सुधार किया गया है.अब शिक्षकों को पहले साल में 70 फसदी और दूसरे साल से 100 फसदी सैलरी दी जाएगी.


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