MP Politics: बीजेपी ने बुंदेलखंड में भरी चुनावी हुंकार, 2018 के चुनाव में इतनी सीटें झोली में आई थीं
MP News: बुंदेलखंड को बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है. साल 2018 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 29 में से 19 सीटों पर कब्जा जमाया था. कांग्रेस ने आठ और सपा-बसपा ने एक-एक सीटें जीती थीं.
Bhopal News: मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव ( MP Assembly Election 2023) के लिए राजनीतिक दलों की कदमताल तेज हो गई है. बीजेपी (BJP) ने पन्ना जिले के गौरव दिवस के जरिए बुंदेलखंड में चुनाव की हुंकार भर दी है. यह इलाका बीजेपी का मजबूत गढ़ है. वह इसे बरकरार रखना चाहती है. बुंदेलखंड में सात जिले सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दतिया और निवाड़ी आते हैं. यहां की 29 में से 19 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि कांग्रेस (Congress) के पास सिर्फ आठ सीटें हैं. इसके अलावा सपा (Samajwadi Party) और बसपा (BSP) के पास एक-एक सीट हैं. बीजेपी के लिए 2018 के नतीजे दोहराना आसान नहीं है, इसे पार्टी भी मानकर चल रही है.
बुंदेलखंड से आते हैं बीजेपी के कई दिग्गज
बीजेपी के पास इस इलाके में दिग्गजों की फौज है.राज्य सरकार में कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, बृजेंद्र प्रताप सिंह और गोविंद सिंह राजपूत आते हैं. वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का संसदीय क्षेत्र दमोह भी इसी इलाके में है.बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का संसदीय क्षेत्र खजुराहो भी बुंदेलखंड में ही आता है.बीजेपी अपने नेताओं के प्रभाव के बल पर यहां जीत का मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती है. उसने इसके लिए प्रयास भी शुरू कर दिए हैं.
चुनावी साल में पहला कार्यक्रम
बुंदेलखंड के पन्ना में गौरव दिवस का आयोजन किया गया. वहीं रेलवे स्टेशन के शिलान्यास और कृषि महाविद्यालय के शिलान्यास की सौगात भी मिली. इन आयोजनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,कृषि मंत्री कमल पटेल, क्षेत्रीय सांसद और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे.इस तरह बीजेपी ने यहां मंच से अपनी ताकत दिखाई ही,साथ में चुनावी हुंकार भी भरी.
बीजेपी लगातार राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इलाकों में नेताओं के दौरे हो रहे हैं,मगर बुंदेलखंड में यह पहला ऐसा बड़ा कार्यक्रम था जो चुनावी साल में आयोजित किया गया था.
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