MP Election: विकास यात्रा के लगातार विरोध से टेंशन में आया BJP का थिंक टैंक, गुजरात मॉडल से डैमेज कंट्रोल की तैयारी
BJP Vikas Yatra Protest: सरकार की एजेंसी एलआईबी और बीजेपी संगठन के सर्वे रिपोर्ट ने आलाकमान को टेंशन में ला दिया है. सर्वे के बाद शिवराज सरकार की छटपटाहट साफ देखी जा रही है.
![MP Election: विकास यात्रा के लगातार विरोध से टेंशन में आया BJP का थिंक टैंक, गुजरात मॉडल से डैमेज कंट्रोल की तैयारी BJP Vikas Yatra is Opposed in Madhya Pradesh before MP Assembly Election 2023 BJP Survey Report damage control ANN MP Election: विकास यात्रा के लगातार विरोध से टेंशन में आया BJP का थिंक टैंक, गुजरात मॉडल से डैमेज कंट्रोल की तैयारी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/02/14/3257fa4bc1da1dfedf80267d59845e081676389218771584_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में बीजेपी की विकास यात्रा के जगह-जगह से विरोध की खबर आ रही है. विकास यात्रा के खिलाफ फूटे गुस्से से पार्टी का थिंक टैंक टेंशन में आ गया है. इस बीच, सरकारी एजेंसी और संगठन की तरफ से अलग-अलग सर्वे नतीजों ने भी बीजेपी को परेशानी में डाल दिया है. पार्टी डैमेज कंट्रोल करने के लिए गुजरात मॉडल को अपनाने जा रही है.
विधानसभा चुनाव की वैतरणी पार करने के लिए बीजेपी को उम्मीद है कि गुजरात फॉर्मूला कारगर हथियार साबित होगा. समाज के अलग-अलग वर्गों को लुभाना और गुजरात फार्मूला के तहत खराब छवि वाले विधायकों का टिकट काटा जाना शामिल है. आधा दर्जन से अधिक इलाकों में विकास यात्रा के दौरान बीजेपी विधायकों को विरोध का सामना करना पड़ा. निवाड़ी में बार बालाओं का डांस वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने तीखा हमला बोला. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सभाओं में शिवराज सिंह चौहान की विकास यात्रा को 'निकास यात्रा' बता रहे हैं.
सरकारी और संगठन के सर्वे ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किल
सूत्रों का कहना है कि विकास यात्रा से मिले फीडबैक ने सरकार और संगठन दोनों को चिंता में डाल दिया है. सरकार की एजेंसी एलआईबी के सर्वे में पार्टी को 100 से भी कम सीटें मिलने का आंकलन किया गया है. राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री और मध्यप्रदेश के प्रभारी शिव प्रकाश की तरफ से भी सर्वे करवाने की जानकारी राजनीतिक सूत्रों ने दी है. कहा जा रहा है कि पार्टी के निश्चिंत जीत वाली वाली सीटों की संख्या 90 है. दोनों सर्वे के बाद शिवराज सरकार की छटपटाहट स्पष्ट देखी जा रही है. सरकार जाति-धर्म के कार्यक्रमों से सभी को साधने में लगी है.
जाति-धर्म के आसरे चुनावी वैतरणी पार करने का प्रयास
हाल ही सागर में 100 करोड़ की लागत से संत रविदास की मूर्ति लगाने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा को इसी कवायद के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की आवश्यकता है. 2018 के चुनाव परिणाम अभी भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि पर दाग की तरह हैं.
साल 2018 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों पर जीत हासिल कर 15 साल बाद सत्ता की कुर्सी पर वापस लौटी थी. बीजेपी को 109 सीटों से संतोष करना पड़ा था. प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों के अलावा समाजवादी पार्टी ने एक सीट बिजावर से जीती थी. 4 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे थे. बहुजन समाज पार्टी को दो सीट पथरिया और भिंड से मिली थी.
MP: पीएम मोदी की तारीफ पाने वाली लहरी बाई लड़ेंगी विधायकी का चुनाव, बीजेपी में शामिल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)