Sagar News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के स्मार्ट सिटी सागर (Sagar) में असुरक्षित तरीके से चल रहे निर्माण कार्य जानलेवा बनते जा रहे हैं. स्मार्ट सिटी कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही से एक डॉक्टर मौत के मुंह में पहुंच गया. तिली मार्ग पर निर्माणाधीन नाले और उसमें से निकले सरियों के जाल को खुला छोड़ दिया गया. इस बीच रात करीब 3 बजे बीएमसी के डॉक्टर बस स्टैंड जा रहे थे, अंधेरे के कारण गड्ढा समझ नहीं आया और बाइक समेत सरियों के जाल पर गिर पड़े, सरिया उनके पेट में घुस गया और हाथ की एक अंगुली कट गई. साथ ही सिर में भी चोट लगी है.

 

गनीमत रही कि राह से गुजरते किसी शख्स ने देख लिया और बीएमसी में सूचना दी गई. डॉक्टर के पेट में 25 टांके आए हैं, सिर, हिप्स, पैर में भी टांके लगे हैं. हाथ की एक अंगुली कट गई है. जानकारी के मुताबिक बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बतौर एसआर पदस्थ डॉक्टर राजेश मीणा रात में बस स्टैंड जा रहे थे, वे अपनी बाइक पर थे. जिला अस्पताल से बस स्टैंड की तरफ ग्रेविटी होटल के सामने सड़क पर स्मार्ट सिटी कंपनी कई महीनों से नाला बना रही है. कंपनी ने आधे नाले को बनाकर आधी सड़क को खुला छोड़ दिया है. सड़क पर कोई बैरिकेड्स या अवरोधक न होने से समझ ही नहीं आया और डॉ. राजेश मीणा अचानक इस 30 मीटर चौड़े और करीब 20 फीट गहरे नाले में बाइक सहित गिर गए.

 

नाले में उतरकर डॉक्टर को निकाला बाहर

पूरे नाल में जमीन से लेकर ऊपर तक सरियों का जाल बिछा हुआ है. वे सीधे सरियों पर गिरे और एक सरिया उनका पेट चीरता नीचे से ऊपर की तरफ घुस गया. कई सरिया शरीर में जहां-तहां फंस गया. अचानक हुए हादसे के कुछ समय तक वे दर्द का अहसास तक नहीं कर सके. बाद में राह से गुजरते लोगों ने नाले के अंदर से गाड़ी के इंडिकेटर की लाइट और आवाज सुनकर नीचे देखा तो दंग रह गए. नाम पता पूछा तो एक व्यक्ति बीएमसी के लोगों को जानता था, उसने करीब सवा तीन बजे फोन लगाकर सूचना दी और डायल 100 को बुलाया. साथ ही सरियों के बीच उफनते नाले के अंदर उतरकर डॉक्टर को बाहर निकाला.

 


 

बीएमसी में हुआ इलाज

बीएमसी में हाइट्स कंपनी के सुपरवाइजर नीतेश सोनू चुटिले ने बताया कि रात सवा 3 बजे फोन आया तो उन्होंने तत्काल अपने स्टाफ को सूचना दी. 10 से 15 मिनट में दर्जनभर से अधिक लोग बीएमसी की एंबुलेंस लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए थे. उनके सुरक्षाकर्मियों और अन्य स्टाफ ने नाले में उतरकर डॉ. राजेश मीणा को सरियों के बीच से हाथों-हाथ उठाकर बाहर निकाला और बीएमसी लेकर पहुंचे थे. यहां तत्काल उपचार किया गया. उनके पेट में करीब 25 टांके आए हैं. एक हाथ की अंगुली कट गई है. सिर में भी टांके लगे हैं. उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि इतना खतरनाक हादसा होने के बाद उनकी जान बच गई.


 

विधायक ने लगाई फटकार

इस बीच विधायक शैलेंद्र जैन ने स्मार्ट रोड क्रमांक एक का निरीक्षण किया. यहां ही बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक डॉ. राजेश मीणा घायल हुए थे. विधायक शैलेंद्र जैन गुरुवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के दौरे पर थे, जब उन्हें घटना की जानकारी लगी तो तत्काल उन्होंने घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया और निर्माण कर रही एजेंसी के अधिकारियों को तलब कर अभिलंब इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए. साथ ही जिन स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहा है, वहां पर सुरक्षा मानकों के हिसाब से बैरिकेडिंग और साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए और जमकर फटकार भी लगाई.