Bhopal BRTS: मध्य प्रदेश सरकार ने मंगलवार को भोपाल की सड़कों से ‘बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ यानी BRTS हटाने का फैसला किया है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यहां मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में निर्वाचित प्रतिनिधियों की बैठक में फैसला लिया गया है कि भोपाल की सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए BRTS को हटाया जाएगा.
सार्वजनिक परिवहन बसों के लिए समर्पित लेन निर्धारित करने के लिए BRTS को बनाया गया था. BRTS को लगभग 15 साल पहले भोपाल में लागू किया गया था. घनी आबादी वाले इलाकों से होकर गुजरने वाले इसके एक बड़े हिस्से को पहले ही हटा दिया गया था. अब विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया है कि BRTS को सभी सड़कों से हटा दिया जाना चाहिए.
BRTS हटने से कम होगा व्यस्त सड़कों से दबाव
सरकार के फैसले के मुताबिक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि जनप्रतिनिधियों का विचार था कि BRTS को हटाए जाने से व्यस्त सड़कों पर दबाव कम होगा. बैठक के दौरान हुई चर्चा में जनप्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि BRTS को लागू करने की जगह स्थानीय परिवहन प्रणाली को और अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकता है.
BRTS को हटा सड़कों के बीच बनाए जाएंगे डिवाइडर
बैठक में चरणबद्ध तरीके से BRTS ट्रैक को हटाए जाने और सड़कों की लेवलिंग को लेकर चर्चा हुई. बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों के बीच BRTS को हटाकर सड़क के बीच डिवाइडर बनाए जाने को लेकर भी सहमति बनी. इस दौरान बैठक में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कृष्णा गौर, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी, भोपाल की मेयर मालती राय, मुख्य सचिव वीरा राणा, मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह, भोपाल के कलेक्टर आशीष सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद थे.