Sehore News: किसानों की शिकायत पर बुलडोजर एक्शन, अवैध निर्माण को किया जमींदोज, चमड़े की दुर्गंध से मुक्ति
Sehore News Today: एमपी के सीहोर जिले के नागरिकों को फैक्ट्री से उठने वाली चमड़े की दुर्गंध से मुक्ति मिलेगी, क्योंकि प्रशासन ने किसानों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की है.
Sehore Bulldozer Action: मध्य प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा की सख्ती का असर उनके गृह जिले सीहोर में भी साफ दिखाई देता नजर आ रहा है. राजस्व मंत्री के तीखे तेवरों को देखते हुए प्रशासन ने इछावर रोड ग्राम कंकरखेड़ा स्थित अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री के अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर बुलडोजर चलाया है.
यह फैक्ट्री किसान और क्षेत्रवासियों के लिए बीते लंबे समय से सिरदर्द का कारण बनी है. इस फैक्ट्री से उठने वाली सड़ी दुर्गंध की वजह से इस सड़क से इछावासियों का निकलना भी दुश्वार है.
वहीं खेतों और जलस्त्रोतों में चमड़ा युक्त दूषित पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे क्षेत्र की जमीन भी बंजर होती जा रही है तो पशु भी काल के गाल समा रहे हैं. नागरिकों की तरफ से जिसकी प्रशासन सहित सीएम हेल्पलाइन पर इस समस्या की शिकायत की गई थी, जिसके बाद इछावर एसडीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए फैक्ट्री मालिक को नोटिस जारी किया है.
वहीं इछावर तहसील की भाऊखेडी पंचायत में कांकरखेड़ा जोड़ पर स्थित सरकारी जमीन पर अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री के मालिक आशीष गोयल के आलीशान कृषि फार्म और ईट बनाने के कारखाने पर प्रशासन का बुलडोजर चला है.
फैक्ट्री से निकलने वाले वेस्टेज का कोई इंतजाम नहीं
कारखाने पर बुलडोजर कार्रवाई के दौरान मौके पर राजस्व विभाग के तहसीलदार लखन सिंह चौधरी, ग्राम भाऊखेड़ी के पटवारी सतीश सागर, इछावर कस्बा पटवारी अधिकांश शर्मा, पटवारी देवेंद्र ठाकुर इछावर और पुलिस का अमला सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे.
सीहोर-इछावर मुख्य मार्ग पर वर्षों से अल्फार प्रोटीन फैक्ट्री चल रही है, जहां चमड़े की कतरन से कैप्सूल की जिलेटन संबंधी उत्पाद तैयार किया जाता है, लेकिन यहां निकलने वाले वेस्टेज डिस्पोज करने के लिए उचित इंतजाम नहीं किए गए हैं.
फैक्ट्री से निकलने वाले वेस्टेज को कई किलोमीटर पाईप लाईन जमीन के अंदर डालकर खेतों में छोड़ा जा रहा है, वहीं चमड़े की कतरन का वेस्टेज भी खेतों में डाला जा रहा है. जिससे न सिर्फ आसपास के जल स्रोत दूषित हो रहे हैं बल्कि खेत भी बंजर हो रहे हैं. इतना ही नहीं 24 घंटे यहां से कई किलोमीटर दूर तक दुर्गंध फैल रही है, जिससे आसपास के ग्रामीण लंबे समय से दुश्वारियां झेल रहे हैं.
इसको लेकर किसानों ने सीएम हेल्पलाइन सहित जिला प्रशासन से शिकायत की थी, जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर इछावर एसडीएम ने अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री की गठित दल से जांच कराई है, जिसमें उक्त फैक्ट्री प्रबंधन की तरफ से अवैध रूप से करीब एक एकड़ में बिना अनुमति के फार्म हाउस और गोकाष्ठ बनाने वाली भूसा फैक्ट्री बनाई गई थी. जांच के बाद अवैध अतिक्रमण को जमींदोज कर दिया.
बीमारियों की चपेट में आ रहे किसान
इस मामले को लेकर अधिवक्ता शारिक चौधरी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शिकायत करते हुए बताया था कि अल्फा प्रोटीन फैक्ट्री ग्राम कांकरखेड़ा माता के मंदिर के पास आबादी क्षेत्र में फेक्ट्री संचालित की जा रही है, जो अवैध रूप से नियम विरुद्ध तरीके से संचालित की जा कर अत्यधिक जल और वायु प्रदूषित कर रही है, जिससे जलीय जंतु मर रहे हैं और किसानों की फसल चौपट हो रही हैं.
चमड़े की दुर्गन्ध से ग्रामवासियों और राहगीरों का जीना मुश्किल हो रही है. ग्रामीणों को तरह तरह की गंभीर रोग हो रहे है, कई ग्राम वासियों को कैंसर, टीबी, अस्थमा और शरीर की गंभीर रोग हो रहे है. इछावर के नागरिकों को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें फैक्ट्री से उठने वाली दुर्गंध से मुक्ति मिलेगी.
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