Government Job Recruitment: MP में बेरोजगारों को बंपर नौकरी का ऑफर, 35 हजार पदों पर होगी सीधी भर्तियां, जानें क्या है स्कीम
पूर्व CM कमलनाथ ने युवा दिवस पर ट्वीट कर घोषणा की है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर रिक्त पदों पर 6 माह में युवाओं की सीधी भर्ती करेंगे. वहीं CM शिवराज ने भी एक लाख खाली पदों पर भर्ती की घोषणा की है.
Government Job Scheme: सरकारी नौकरी की तलाश में भटक रहे युवाओं के लिए मध्यप्रदेश से बड़ी खबर आ रही है. मध्यप्रदेश में साल 2024 के मई-जून तक सरकारी विभागों में खाली सभी पद भर दिए जाएंगे. इस साल के विधानसभा चुनाव (State Assembly Election) के बाद 6 माह के भीतर यह भर्ती शुरू हो जाएगी.
पूर्व CM कमलनाथ ने किया ट्वीट
मध्यप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों में करीब एक लाख पद खाली है. अब कमलनाथ ने विवेकानंद जयंती (युवा दिवस) पर इससे जुड़ा बड़ा ऐलान किया है. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर पर लिखा कि, "आज राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश के नौजवान साथियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर सरकारी रिक्त पदों पर युवाओं की सीधी भर्ती प्रारंभ कर 6 माह में पद भरेंगे, भर्ती परीक्षाओं के घोटाले पर अंकुश लगाएंगे और युवाओं की भर्ती की नई व्यवस्था बनाएंगे." इसके साथ ही पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि,"लंबित परीक्षा परिणाम 3 माह में घोषित करेंगे,चयनित अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा में छूट देंगे और चयन के बाद समय सीमा में नियुक्ति देकर सिनियर्टी का लाभ भी सुनिश्चित करेंगे. हम मिलकर युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ेंगे. "बता दें कि कांग्रेस के पोस्टरों में कमलनाथ भावी मुख्यमंत्री के तौर पर नजर आ रहे हैं.
CM शिवराज ने की प्रदेश में खाली एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा
मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव में युवा वोटर बड़ी भूमिका निभाएंगे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दोनों भली-भांति परिचित है कि युवा के सामने बेरोजगारी बड़ा प्रश्न है. तभी अपनी सरकार के आखिरी साल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में खाली एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की. शिवराज ने अपने कई भाषणों में कहा है कि करीब 35000 पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है. सबसे ज्यादा पद स्कूल शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग में खाली हैं. लेकिन, आरक्षण से जुड़ी विसंगतियों के कारण मध्य प्रदेश की अधिकांश भर्तियां कानूनी दांवपेच में उलझी हुई है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत ने गिराई थी कमलनाथ की सरकार
कांग्रेस के चुनावी अभियान की अगुवाई करने वाले कमलनाथ ने भी सरकारी नौकरी को लेकर बड़ा दांव चला है. नेताओं के बयानों पर भरोसा किया जाए तो यह माना जा सकता है कि अगले एक डेढ़ साल में मध्य प्रदेश के बेरोजगारों के लिए बंपर भर्तियां निकलने वाली है. मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें है. हालांकि, 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में 15 साल पुरानी भारतीय जनता पार्टी की सरकार को पटखनी देकर सत्ता हासिल की थी. सवा साल के बाद सरकार में अंतर विरोधों के कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत कर दी. 22 विधायकों के साथ उन्होंने कांग्रेस को छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया. कमलनाथ की सरकार गिर गई और शिवराज एक बार फिर सत्ता में लौट आए.
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