Madhya Pradesh News: पिछले कुछ समय से अवैध वन कटाई और वन कर्मियों पर हमले करने के मामले में सुर्खियों में आये मध्य प्रदेश के बुरहानपुर (Burhanpur) जिले में अब करीब 40 से अधिक गांव के अतिक्रमणकारियों ने आत्मसमर्पण कर जंगल बचाने की कसम उठाई है. यह सबकुछ हुआ कैमरे के सामने. बुरहानपुर जिले के ग्राम घाघरला के जंगल में बसे अतिक्रमणकारियों ने प्रशासन और शासन की नाक में दम कर रखा था. यहां आये दिन पुलिस, वन विभाग और अतिक्रमणकारियों के बीच झड़प होती रहती थी, जिस कारण यह जंगल विवादों में घिरा हुआ था और मीडिया की सुर्खियों में भी खूब छाया हुआ था, लेकिन अंततः इस विवाद पर  विराम लग गया है. 


पुलिस और प्रशासन की समझाइश रंग लाई और 40 गांव के अतिक्रमणकारियों ने एक साथ कैमरे के सामने हथियार डालकर आत्मसमर्पण करते हुए कसम खाई कि भविष्य में कभी भी यह लोग जंगल कटाई के लिए हथियार नहीं उठाएंगे, बल्कि कोई जंगल की तरफ बुरी नजर डालेगा तो प्रशासन के साथ मिलकर उन्हें खदेड़ेंगे. उन्होंने एसपी से इस प्रकार की अपील करते हुए आत्मसमर्पण किया है.






एसपी ने क्या बताया
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि अतिक्रमणकारियों का एक वीडियो मेरे संज्ञान में आया है कि वह अब तीर कमान और गोफन पत्थर छोड़कर आत्मसमर्पण करना चाहते हैं और वे भविष्य में कभी भी जंगल काट कर अतिक्रमण नहीं करेंगे, यह एक अच्छी पहल है. पुलिस और भी अतिक्रमणकारियों को समझाइश देकर उनकी सर्चिंग कर रही है, ताकि जंगलों को अतिक्रमण से मुक्त रखा जाए.


13 वनकर्मी हुए थे घायल
विगत 11 मार्च को नावरा रेंज के घाघरला के जंगल में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने पहुंची वन विभाग की टीम पर अतिक्रमणकारियों ने तीर और गोफन से हमला कर दिया था. इससे 13 वनकर्मी और एक ग्रामीण घायल हो गया. एक वनकर्मी के कंधे और ग्रामीण की पीठ में तीर लगा था. हमले के बाद वन टीम ने भागकर जान बचाई थी. 


Dhirendra Shastri: धीरेंद्र शास्त्री जबलपुर में बोले- 'अब टोपी वाले भी राम कथा सुनेंगे', जानें क्या है पूरा मामला