MP Video Viral: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पर एक सरकारी डॉक्टर ने पुलिस आरक्षक पर अपना गुस्सा उतार दिया. इस मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ. जिसमें डॉक्टर पुलिस आरक्षक से कहता नजर आ रहा है ''मैं नौकरी को जूते की नौकरी पर रखता हूं और मैं अपने शौक के लिए नौकरी करता हूं.''
इतना ही नहीं उसने यह भी कहा कि कहीं और काम करके मैं इससे ज्यादा पैसा भी कमा सकता हूं. इस मामले में अब सिविल सर्जन ने डॉक्टर को नोटिस देकर जवाब तलब किया है.
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
दरअसल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से आज एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें एक अस्पताल के सरकारी डॉक्टर ने एक पुलिस आरक्षक को जमकर फटकार लगाई. इतना ही नहीं उसने वीडियो में कहा कि वह अपनी नौकरी को जूते की नोक पर रखता है और इससे ज्यादा पैसा कहीं और कमा सकता है.
इसके अलावा उसने थाना प्रभारी के लिए भी अपशब्द कहे और कहा कि वह थर्ड क्लास है. वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉक्टर के इतनी बाते करने के बीच में पुलिस आरक्षक सिर्फ डॉक्टर से सर सर करता रहा.
दरअसल मामला गुरुवार का है जहां शाहपुर से पुलिस आरक्षक दीपक प्रधान 2 MLC के लिए जिला अस्पताल आया था. इसमें डॉक्टर ने एक एमएलसी कर दी थी और दूसरी एमएलसी थोड़ी देर बात करने के लिए कहा था. इस डॉक्टर का नाम डॉक्टर रघुवीर सिंह है. डॉक्टर ने वार्ड में राउंड लेने की बात कही और पुलिस आरक्षक से कहा कि दूसरे मरीजों को देखने में समय लग रहा है. इसी बात को लेकर डॉक्टर और पुलिस आरक्षक के बीच यह पूरा विवाद हुआ. जो वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में डॉक्टर गुस्से में नजर आ रहा है और वह पुलिस आरक्षक से कह रहा है कि तू मुझे सस्पेंड करवा दे, मैं तैयार हूं, नौकरी को मैं जूते की नोक पर रखता हूं और शौक के लिए नौकरी करता हूं. कहीं और काम करके इसे ज्यादा पैसा कमा सकता हूं. पुलिस आरक्षक ने पूरी बात अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताई उसके बाद पुलिस और अस्पताल के तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
टीआई मिश्रा को बोला 'थर्डक्लास है'
थाना प्रभारी को लेकर भी डॉक्टर ने अपशब्द कहे और कहा कि थाना प्रभारी थर्ड क्लास है. इस बात पर भी पुलिस आरक्षक ने आपत्ति ली उसने कहा कि आप थाना प्रभारी के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग ना करें लेकिन डॉक्टर नहीं माना और भला बुरा कहता रहा.
इस मामले में जब बुरहानपुर के सिविल सर्जन को इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने वीडियो के आधार पर जिम्मेदार डॉक्टर को नोटिस जारी किया है और पूरे मामले में जवाब तलब किया है अब इस मामले में जवाब मिलने के बाद आगे कोई कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: भरतपुर में चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर, लोकसभा चुनाव में 17 कंपनियों के साथ 6000 पुलिसकर्मी संभालेंगे मोर्चा