Indore Bus Accident: इंदौर से उदयपुर जा रही बस पलटी, ड्राइवर-कंडक्टर समेत आठ घायल, यात्रियों ने बताई हादसे की वजह
MP News: बस के यात्रियों ने आरोप लगाया कि बस में क्षमता से अधिक सामान रखा हुआ था. इसी वजह से यह हादसा हुआ है. वहीं बस के एक हेल्पर तरुण ने बताया की हादसे के बाद बस में लदा सामान दूसरी बस से भेजा गया.
इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) से राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) जा रही एक यात्री बस देर रात साबित के करीब अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसे की शिकार हुई बस में ड्राइवर और कंडक्टर सहित करीब 30 यात्री सफर कर रहे थे. इनमें से आठ लोग हादसे में घायल हो गए. इनमें बस के ड्राइवर और कंडक्टर भी शामिल हैं. उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
कहां और कैसे हुआ हादसा
मंगलवार रात इंदौर से 25 किलोमीटर दूर सांवेर तहसील के ग्राम धरमपुरी पुलिस चौकी के समीप इंदौर से उदयपुर जाने वाली अशोका ट्रेवल्स के बस असंतुलित होकर पलट गई. यह बस इंदौर से रात साढ़े 11 बजे पर चली थी. बस रात करीब साढ़े 12 बजे असंतुलित होकर पलट गई. जानकारी के अनुसार बस हादसे के समय ड्राइवर गाड़ी को तेज रफ्तार में चला रहा था. अचानक डिवाइडर दिखाई देने से उसने तेजी से ब्रेक लगाया. इससे बस कुछ दूर लहराती हुई गई और पलट गई. इस हादसे में बस में के ड्राइवर और कंडक्टर समेत आठ लोग घायल हो गए. घायलों को उपचार के लिए एक निजी हॉस्पिटल ले जाया गया.
हादसे का शिकार हुई बस के यात्रियों ने आरोप लगाया कि बस में क्षमता से अधिक सामान रखा हुआ था. इसी वजह से यह हादसा हुआ है. वहीं बस के एक हेल्पर तरुण ने बताया की हादसे के बाद बस में लदा सामान दूसरी बस से भेज दिया गया. उसने बताया कि ड्राइवर स्टेयरिंग में फंस गया था. कंडक्टर का पैर भी फंस गया था. उन्हें क्रेन बुलवाकर निकाला गया.
ये लोग हुए हैं घायल
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण सहित धरमपुरी चौकी से पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और घायलों को हॉस्पिटल पहुंचवाया. इस दुर्घटना में छहगांव माखन के निवासी अजय पिता श्यामलाल, निकुंज पिता अजय, जावरा रतलाम की निवासी सुनीता और उसके पिता जीवन लाल, मंदसौर निवासी भूपेंद्र बद्रीलाल और लखन पिता रामेश्वर घायल हुए हैं. बसों में पर्याप्त यात्री न मिलने पर बस संचालक ओवरलोड लगेज लोड कर लेते हैं. ऐसा वो खर्चा निकालने और मुनाफा कमाने के लिए करते हैं. ऐसी बसें ओवरलोड होने की वजह से अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो जाती हैं. इसका खमियाजा यात्रियों को उठाना पड़ता है.
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