Indore News: राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने सालों तक चक्कर लगाने के बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. अब अदालत के निर्देश पर एमआईजी थाना पुलिस ने फरियादी की शिकायत दर्ज की है. बताया जा रहा है कि इस मामले का आरोपी शहर के एक बीजेपी नेता का रिश्तेदार है. इस वजह से पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी कर रही थी.


क्या कहना है पुलिस का


एमआइजी थाना प्रभारी अजय कुमार वर्मा के अनुसार क्षेत्र के बेकरी वाली गली के निवासी अर्जुन ठाकुर ने एक आवेदन दिया हुआ था.उसकी शिकायत है कि प्रवीण तिवारी ने अन्नपूर्णा क्षेत्र स्थित एक मल्टी की फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से टीएनसी में जाकर फर्जी आवेदन प्रस्तुत किया था ओर मल्टी अपने नाम करवा ली थी.फरियादी की ओर से दिए आवेदन पर विचार कर माननीय न्यायालय ने प्रवीण तिवारी पर फर्जी हस्ताक्षर कर धोखाधड़ी करने की धाराओं में मामला दर्ज करने के आदेश दिया है.न्यायालय के आदेश पर एमआईजी थाने में फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हथियाने का काम किए जाने की धाराओं में आरोपी प्रवीण तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है.


क्या है पूरा मामला


जानकारी के अनुसार फरियादी अर्जुन ठाकुर पिछले कई सालों तक पुलिस के चक्कर काटे. उसने अपने साथ हुई धोखाधड़ी और फर्जी शिकायतों की जानकारी भी पुलिस को दी थी.लेकिन पुलिस ने राजनीतिक दबाव में इस मामले में टालमटोल करती रही. बताया जा रहा है कि आरोपी प्रवीण तिवारी बीजेपी आईडीए के उपाध्यक्ष गोलू शुक्ला का जीजा लगता है.इस वजह से पुलिस पर राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा था.जिसके चलते फरियादी की सुनवाई नहीं हो पा रही थी. इसके बाद पीड़ित को इंसाफ पाने के लिए न्यायालय की शरण लेना पड़ी.


यह इंदौर शहर में यह पहला मामला नहीं है जब कोई राजनीतिक दबाव के चलते किसी फरियादी को सरकारी दफ्तरों और पुलिस थानों के चक्कर काटने पड़े हों.न्यायालय द्वारा पुलिस को जांच कर शिकायत दर्ज करने के आदेश दिए गए हों.


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