Lumpy Virus Case: देश के कई राज्यों में जुलाई से फैले लंपी वायरस की वजह से 67 हजार से अधिक पशुओं की मौत हुई. इसे लेकर केंद्र सरकार ने जानकारी देते हुए कहा कि लंपी वायरस को देखते हुए आठ से अधिक राज्यों में मवेशियों में टीकाकरण (Vaccinate) के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किया जा रहा है. इस लेकर पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव जतिंद्र नाथ स्वैन (Jatindra Nath Swain) ने कहा कि पशुओं में फैले लंपी वायरस पर काबू पाने के लिए गोट पॉक्स (Goat Pox) टीके का उपयोग किया जा रहा है.


जतिंद्र नाथ स्वैन ने कहा कि लंपी वायरस से निपटने के लिए अगले 3-4 महीने के अंदर लंपी-प्रोवैकइंड नाम का एक नया टीका भी आएगा. यह टीका कृषि अनुसंधान निकाय आईसीएआर के दो संस्थानों द्वारा विकसित होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लंपी वायरस केस मुख्य तौर से से गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हैं. वहीं आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ ही मामले हैं.


गोट पॉक्स टीका लंपी वायरस पर 100 प्रतिशत प्रभावी


पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव जतिंद्र नाथ स्वैन ने बताया कि राजस्थान में लंपी वायरस से काफी पशु चपेट में आए हैं. यहां पर प्रतिदिन मरने वाले पशुओं की संख्या 600-700 है और अन्य राज्यों में लंपी वायरस से मरने वाले पशुओं की एक दिन में 100 से भी कम है. इसे देखते हुए लंपी वायरस वाले राज्यों से टीका लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है. उन्होंने कहा कि गोट पॉक्स टीका इस बीमारी पर 100 प्रतिशत प्रभावी है और लंपी वायरस से प्रभावित राज्यों में 1.5 करोड़ खुराक भेजी जा चुकी है. गोट पॉक्स के टीका दो कंपनियां बना रही है और इन कंपनियों के पास एक महीने में 4 करोड़ टीका बनाने की क्षमता है. 


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