Chandrayaan 3 Launch: उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में Chandrayaan 3 की सफलता को लेकर शुक्रवार सुबह पंडित और पुरोहितों ने मंत्रोच्चार के साथ भगवान महाकाल का जल और दूध से अभिषेक किया गया. पंडित रमण त्रिवेदी ने बताया कि भगवान महाकाल के मस्तक पर चंद्रमा विराजमान है. भगवान महाकाल को सफलता का देव माना जाता है. महादेव के दरबार में जो भी पूजा अर्चना की जाती है वह फलित होती है.
सरकार जनहित के लिए chandrayaan-3 का सफल प्रक्षेपण करने जा रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए महाकालेश्वर मंदिर के पंडित और पुरोहितों द्वारा लगातार भगवान महाकाल की पूजा अर्चना और प्रार्थना का दौर जारी रहेगा. पंडित रमण त्रिवेदी ने शिव भक्तों से भी प्रार्थना की है कि वे सरकार के इस प्रयास को सफल बनाने के लिए सावन माह में भगवान शिव से जरूर प्रार्थना करें.
मस्तक पर चंद्रमा धारण करते हैं महादेव
पंडित अमर डिब्बेवाला के मुताबिक भगवान शिव ने हलाहल का पान किया था, जिससे उनके शरीर में अत्यंत गर्मी उत्पन्न हो गई थी. उनके कंठ भी नीले पड़ गए थे इसलिए भगवान शिव को जल का अभिषेक किया जाता है. भगवान शिव शरीर की शीतलता के लिए मस्तक पर चंद्रमा भी धारण करते हैं. भगवान महाकाल के दरबार में जहां सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का कोई असर नहीं पड़ता है.
वहीं, उनके दरबार में की गई सभी प्रार्थना फलित होती है. उन्होंने यह भी कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि जनहित और सर्वसाधारण के लिए मांगी गई प्रार्थना हमेशा सकारात्मक फल के रूप में सामने आती है. महादेव को सावन के महीने में जल चढ़ाने का काफी महत्व है.
इसरो प्रमुख को की गई वीडियो कॉलिंग
इसरो प्रमुख श्रीधर सोमनाथ से भी महाकालेश्वर मंदिर के पंडित और पुरोहितों ने बातचीत की है पंडित रमण त्रिवेदी ने बताया कि वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे बातचीत हुई है और उन्हें आशीर्वाद दिया गया है. यह भी कहा गया है कि भगवान महाकाल चंद्रयान के सफल परीक्षण के लिए भारत के वैज्ञानिकों को आशीर्वाद देंगे. गौरतलब है कि इसरो प्रमुख श्रीधर सोमनाथ ने पिछले दिनों महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना भी की थी.