उज्जैन: कोरोना (Corona) का प्रभाव कम होने के बाद अब राजाधिराज भगवान महाकाल एक बार फिर अपने पारंपरिक मार्ग से प्रजा का हाल-चल जानने के लिए निकलेंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन (District Administration) के साथ-साथ पुलिस (Polcie) की ओर से भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं. भगवान महाकाल हर साल सावन महीने में प्रजा का हालचाल जानने के लिए निकलते हैं. इस बार भी राजाधिराज भगवान महाकाल की सवारी निकलने जा रही है. राजाधिराज भगवान महाकाल की पहली सवारी 18 जुलाई को निकलेगी. इसे लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. 


क्या कहना है कि जिला कलेक्टर का


उज्जैन में कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल सहित आला अधिकारियों ने सवारी मार्ग का भ्रमण किया. इस दौरान बिजली व्यवस्था, गिराऊ मकान को लेकर आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश जारी किए गए. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कोरोना की वजह से भगवान महाकाल की सवारी छोटे मार्ग से गुजारी जा रही थी. अब कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद सवारी को एक बार फिर पुराने पारंपरिक मार्ग से गुजारा जाएगा. इसे लेकर सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पूरे सवारी मार्ग का भ्रमण किया गया है. इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पार्किंग के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.


एसपी ने क्या जानकारी दी


उज्जैन के पुलिस महकमे ने भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस मुख्यालय पत्र लिखकर अतिरिक्त बल मुहैया कराने की गुहार लगाई है. उज्जैन पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एबीपी न्यूज को बताया कि इस बार अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. यही वजह है कि पुलिस विभाग द्वारा भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. पुलिस विभाग द्वारा पूरे उज्जैन जोन के अलावा पुलिस मुख्यालय से भी अतिरिक्त बल मांगा गया है. सावन के महीने में केवल सवारी नहीं बल्कि मंदिर में भी सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए गए हैं.


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