MP News: पंडित प्रदीप मिश्रा के नाम पर ठगी, श्रद्धालुओं को चूना लगाने का तरीका जानकर रह जाएंगे दंग
Madhya Pradesh News: ठग किताब और रुद्राक्ष मंगाने के लिए श्रद्धालुओं से 500-500 रुपये वसूलते थे. पैसे लेने के बाद किसी को भी सामान नहीं भेजा जाता था. ठगों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया.
MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भापोल के नजदीक सीहोर जिले के कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Pt. Pradeep MIshra) के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. राजस्थान (Rajasthan) के दो ठगों ने सोशल मीडिया का उपयोग कर उनके श्रद्धालुओं से ऑनलाइन ठगी की (ONlione Cheating) वारदात को अंजाम दिया. ठगी की इस वारदात की जानकारी श्रद्धालुओं ने दी है. उन्होंने बताया कि वाट्सअप ग्रुप (Whatsapp Groups) पर क्यूआर कोड स्कैन कर रुद्राक्ष के नाम पर 500-500 रुपए मंगवाए जाते थे. मामला सामने आते ही पुलिस ने दो ठगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि इस मामले को लेकर विठ्ठलेश्वर सेवा समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने मंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी.
फर्जीवाड़े का ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, विठ्ठलेश्वर सेवा समिति के सदस्य समीर शुक्ला ने मंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्हेंन अपनी शिकायत में बताया गया कि फर्जीवाड़ा कर कुछ लोगों द्वारा पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा लिखित किताब और रुद्राक्ष मंगाने के लिए 500.500 रुपए भक्तों से ले रहे थे, जब यह राशि समिति के बैंक खाते में नहीं आई तो उसने व्हाट्सएप ग्रुप पर दिए गए मोबाइल नंबर पर बातचीत की गई, जिससे इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
क्यूआर कोड से की ठगी
गौरतलब है कि पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा वितरित किए जाने वाले नि:शुल्क रुद्राक्ष की श्रद्धालुओं में बहुत डिमांड हैं. दूर दराज के श्रद्धालु कुंडेश्वर धाम नहीं आ पाने की वजह से ऑनलाइन के माध्यम से ही रुद्राक्ष लेने का जतन करते हैं. इन ठगों ने इसी बात का फायदा उठाते हुए वाट्सऐप ग्रुप बनाकर उसमें क्यूआर कोड डालकर लोगों से 500-500 रुपए की राशि वसूल रहे थे. ठग लोगों से बता रहे थे कि इस क्यूआर कोड पर एक बार भुगतान कर देने के बाद उनकी ओर से दिए गए पते पर रुद्राक्ष और किसाब पोस्ट कर दी जाएगी, लेकिन पैसे देने के बाद किसी भी शख्स के घर रुद्राक्ष और किताब कभी नहीं पहुंची.
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