Kuno National Park: नए शावकों के जन्म से कूनो नेशनल पार्क में बढ़ी रौनक, 18 हो गई चीतों की संख्या
Cheetah in Kuno Park: देश में चीतों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है. अफ्रीकी से लाए गए चीतों में से कुछ की मौत के बाद अधिकारी निराश थे. वहीं अब तीन शावकों के जन्म से अधिकारी खुश हैं.
Cheetah in Kuno National Park News: साल भर पहले शुरू हुआ चीता प्रोजेक्ट में अब कामयाबी मिलने लगी है. मध्य प्रदेश स्थित कूनों नेशनल पार्क में बीते दिनों मादा चीता के बाद अब आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है. तीन नए शावकों के जन्म के बाद कूनों नेशनल पार्क में चीतों की संख्या बढ़ कर 18 पर पहुंच गई है. इन चीतों में 14 चीते व्यस्क हैं जबकि चार शावक हैं. कूनों में चीतों की बढ़ती संख्या से अधिकारी उत्साहित हैं.
बता दें, सितंबर 2022 में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए गए थे. इनमें आठ चीते नामीबिया, जबकि 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे. मादा चीता ज्वाला द्वारा चार शावकों को जन्म दिया था. जिसके बादय यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 तक पहुंच गई थी. हालांकि इनमें से तीन वयस्क चीतों के साथ 3 शावक चीतों की बीते साल मौत हो गई थी. वर्तमान में कूनो नेशनल पार्क में कुल 14 चीते हैं, जिनमें 7 नर औ 7 मादा चीते हैं. पार्क में एक शावक 9 माह का है, जबकि बीते दिनों मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया. इस तरह कूनों नेशनल पार्क में चीतों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है.
आशा ने जन्में 3 शावक
मादा चीता आशा 6 साल की है. 17 सितंबर 2022 को अन्य 8 चीतों के साथ उसे भारत लगाया गया था. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार सप्ताह भर पहले ही आशा चीता ने 3 शावक जन्मे हैं. कूनो पार्क प्रबंधन के अनुसार, तीनों शावक स्वस्थ हैं. जिस मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है उसे नामीबिया से लाया गया था.
तीन माह पहले हुई मैटिंग
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन के अनुसार, जुलाई-अगस्त में चीतों की मौत के बाद सभी चीतों को वापस बाड़े में शिफ्ट किया कर दिया गया था. सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में आशा के बाड़े में नर चीता पवन को छोड़ा गया था. उस दौरान मेटिंग हुई और आशा गर्भवती हुई. वर्तमान में आशा बाड़ा नंबर 3बी में है, जिसकी पिछले एक पखवाड़े से निगरानी की जा रही थी. पिछले एक सप्ताह से आशा बाड़े में एक ही स्थान पर बार-बार आ जा रही है. इससे कूनो अधिकारियों को शावकों के जन्म की बात समझने में देर नहीं लगी. बुधवार (3 दिसंबर) को मादा चीता आशाव अपने शावकों से हटकर शिकार के दूसरे स्थान पर गई थी, इसी दौरान ट्रैकिंग टीम ने बाड़े में पहुंच कर शावकों के फोटो और वीडियो लिए.
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