Cheetah Project News: मध्य प्रदेश के मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान की एक नोटशीट ने चीता प्रोजेक्ट को लेकर टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक चौहान ने नोटशीट में लिखा कि कूनो नेशनल पार्क से सात चीतों को अन्य जगह शिफ्ट किया जाए. कूनो नेशनल पार्क में पर्याप्त जगह नहीं है. इधर इस नोटशीट के बाद आज मंथन के लिए चीता टास्क फोर्स की बैठक बुलाई गई है.
बता दें मध्य प्रदेश के मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने चीतों को अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएस कंसोटिया को नोटशीट लिखी है. उन्होंने लिखा कि कूनो नेशनल पार्क में 21 चीतों को रखने की क्षमता है. वर्तमान में 17 चीते हैं, जबकि चार शावक है, लेकिन कुछ महीनों बाद ही यहां चीतों की संख्या क्षमता से अधिक हो जाएगी. ऐसे में चीतों की देखभाल करना काफी मुश्किल भरा हो जाएगा और कोई महामारी फैल गई तो चीता प्रजाति पर संकट आ सकता है. इससे पहले भी चौहान पांच अप्रैल को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को भी पत्र लिख चुके हैं.
सीएम को जानकारी देना जरूरी
मध्यप्रदेश के मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने अपनी नोटशीट में यह भी लिखा है कि कूनो नेशनल पार्क की वर्तमान परिस्थितियों से मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान, वन मंत्री विजय शाह और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को भी अवगत कराना चाहिए, ताकि जल्द से जल्द कोई निर्णय लिया जा सके.
मुकुंदरा नेशनल पार्क एकमात्र स्थान
इधर चीता प्रोजेक्ट से जुड़े वन अफसरों का मानना है कि भारत में चीतों के लिए राजस्थान का मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क ही एक मात्र स्थान हैं, जहां चीतों को तत्काल शिफ्ट किया जा सकता है. वन अफसरों के मुताबिक मुकुंदरा हिल्स नेशनल पार्क की जलवायु चीतों के अनुकूल है और यह चैनलिंग जाली से घिरा क्षेत्र भी है.
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