Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के छतरपुर में बेहद अलग तरीके से पुलिसकर्मियों की अलग-अलग थानों में पोस्टिंग की गई. मध्यप्रदेश की विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण अकादमियों से ट्रेनिंग लेकर 57 पुरुष और महिला कांस्टेबल छतरपुर पहुंचे. जिन्हें छतरपुर जिले के विभिन्न थानों पर रिक्त स्थानों पर पोस्टिंग की जानी थी. इसके लिए पुलिस अधीक्षक अमित सांघी एक अलग ही तरीका अपनाया. उन्हें थानों का आवंटन टोकन पर्ची के माध्यम से किया गया.


ट्रेनिंग के छतरपुर पहुंचे 57 पुरुष-महिला कांस्टेबल
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने जानकारी देते हुए बताया कि 57 पुरुष और महिला कांस्टेबल प्रदेश की विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण अकादमियों से ट्रेनिंग लेकर जिले में पहुंचे. पुलिस मुख्यालय के निर्देशअनुसार इनकी विभिन्न थानों में पोस्टिंग की जानी थी, आज इन्हें पुलिस कंट्रोल रूम में बुलाया गया. जिन थानों में रिक्तियों के हिसाब से पोस्टिंग होनी थी. उनकी पर्चियां बनाकर डिब्बों में ड़ाली गई. फिर इन आरक्षकों को डिब्बे में से एक-एक पर्चियां निकालने के लिए कहा गया. इन पर्चियों पर अलग-अलग थानों के नाम थे, जिस थाने के नाम की पर्ची जिस आरक्षक के हाथ में आई उसे वहीं थाना दिया गया. 


‘किसी तरह की सिफारिश की कोई जरूरत नहीं’
डीआइजी अमित सांघी ने कहा कि पर्ची के माध्यम से थानों के आवंटन का उद्देश्य था कि उन्हें संदेश दिया जाए कि पोस्टिंग पूरी तरह से पारदर्शी होती है. कोई किसी तरह की सिफारिश की कोई जरूरत नहीं है साथ ही उनको यह भी संदेश दिया गया कि आप अच्छा परफोर्म करेंगे तो भविष्य में आपकी पदस्थापना और बेहतर हो जाएगी. पूरे पारदर्शी तरीके से 57 नव आरक्षकों स्वंम के द्वारा पर्ची निकालकर पोस्टिंग की गई. वहीं उन्होंने कहा कि कोई भी कर्मचारी पोस्टिंग के लिए मेरे कार्यालय में आता है, कई बार फोन भी आते है. इसके अलावा कई बार अपनी परेशानी की वजह से कार्यालय में भी आता है. परन्तु ये नव आरक्षक है इनको विभाग में 35 से 40 साल तक नौकरी करनी है. तो इनमें मन में ये होना चाहिए कि पोस्टिंग कार्यक्षमताओं के आधार पर ही मिलेगी, जो पूरी तरह से पारदर्शी होगी. 


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