Chhatarpur News: बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची को सुरक्षित निकाला गया बाहर, CM ने प्रशासन को दी शाबासी
MP News: सीएम शिवराज ने कहा, बेटी की मां से फोन पर बात की है. यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है. उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया. मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के छतरपुर (Chhatarpur) जिले के अंतर्गत आने वाले लाल कुआं गांव में एक 3 वर्षीय बच्ची अचानक शाम के समय खेलते खेलते बोरवेल में जा गिरी जिसे प्रशासन ने सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाहर निकाल लिया है. यहां लाल कुआं गांव के अंतर्गत रहने वाले रवि विश्वकर्मा अपनी पत्नी रोहिणी के साथ मजदूरी पर गए हुए थे. वहीं पर चारे से ढके हुए एक बोरवेल में अचानक उनकी बेटी नैंसी खेलते खेलते गिर पड़ी, जो लगभग 35 फीट गहराई में जा पहुंची थी. इसके बाद आसपास के मजदूरों और अन्य लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह गड्ढे में गिर चुकी थी.
घटना की सूचना प्रशासन को दी गई तो तत्काल बाद जिला कलेक्टर सहित प्रशासन ने मुस्तैदी से पुलिस बल और अन्य महकमों की सहायता से बच्ची को सुरक्षित बोरवेल से बाहर निकाल लिया. उसे इलाज के लिए एंबुलेंस के द्वारा अस्पताल भेजा गया. मौके पर जिला कलेक्टर संदीप और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा भी मौजूद रहे.
सीएम शिवराज ने क्या कहा
बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाले जाने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर प्रशासन और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया है, साथ ही बच्ची के सकुशल बाहर निकलने पर खुशी जताते हुए कहा कि, बेटी को सर्वोत्तम चिकित्सा प्राप्त हो और वह स्वस्थ हो यही प्रार्थना करता हूं. सीएम ने कहा, बेटी की मां से फोन पर बात की है. यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है. उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया. मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं. मामा शिवराज सदैव तुम्हारे साथ हैं!
बेटी की मां से फोन पर बात की है। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 26, 2023
उसे जनरल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया।
मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं। मामा शिवराज सदैव तुम्हारे साथ हैं! https://t.co/KK9GdA7Qfz
बच्ची को बाहर निकालने के लिए चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन के द्वारा लगभग 5 जेसीबी मशीनों को लगाया गया था. बोरवेल में रस्सी डालकर बच्ची को बाहर निकालने की कोशिश की जाती रही और आखिरकार जैसे ही बच्ची को बाहर निकाला गया गांव के सभी लोगों में खुशी की लहर छा गई.