कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी, छतरपुर में थाने पर पथराव का मामला
Chhatarpur violence: मध्य प्रदेश के छतरपुर में सिटी कोतवाली पर पथराव के मामले में कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है.
Chhatarpur violence: एमपी के छतरपुर सिटी कोतवाली पर पत्थर से हमले के मामले में कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है.एडिशनल एसपी विक्रम सिंह परिहार ने इसकी पुष्टि की है. बता दें कि मामले में आरोपी शहजाद अली के आलीशान घर पर बुलडोजर कार्रवाई की गई थी.
कांग्रेस के नेताओं ने शनिवार को मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें 'बुलडोजर न्याय' की 'प्रवृत्ति' की निंदा की है. प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने कहा कि अगर राज्य सरकार इस तरह की प्रथाओं को नहीं रोकती है तो वह उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे.
जानें क्या है मामला?
दरअसल रामगिरी महाराज द्वारा की गई कथित इस्लाम विरोधी टिप्पणी के खिलाफ मुस्लिम समुदाय द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था, जिसमें भीड़ ने पथराव किया और वाहनों को नुकसान पहुंचाया. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.एक अधिकारी ने कहा, 'कोतवाली थाने की सीमा के अंतर्गत शहजाद अली का घर गिरा दिया गया.
सीएम मोहन यादव ने क्या कहा?
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है और राज्य सरकार कानून तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ संविधान के तहत कार्रवाई कर रही है.
छतरपुर के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के एक बयान को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर मुख्यमंत्री यादव ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘‘मेरा तो इतना ही कहना है कि कोई भी व्यक्ति कानून से बड़ा नहीं है. कानून का राज है. सरकार, कानून तोड़ने वाले लोगों पर व्यवस्थाओं के आधार पर संविधान के अंतर्गत कार्रवाई कर रही है.’’
छतरपुर हिंसा के मुख्य आरोपी ने तोड़ी चुप्पी
इससे पहले घटना के बाद हाजी शहजाद अली बताया कि एसडीएम ने कहा कि जनता आपकी बात मानती है. मैंने मौके से लोगों को भगाया. हाजी शहजाद अली ने कहा, "पत्थर मुझ पर भी बरसे. कोतवाली पुलिस और टीआई भी पत्थर मार रहे थे. पहली ऐसी घटना है जिसने छतरपुर में माहौल खराब किया. हमारे शहर में आज तक ऐसी घटना कभी नहीं हुई. हम तो सभी वर्गों की मदद करते हैं. अफसरों से मिलकर हिन्दु-मुस्लिम सभी का काम कराते हैं."
ये भी पढ़ें- राजस्थान में सड़क निर्माण और कायाकल्प के लिए करोड़ों रुपये की बजट को मंजूरी, किन जिलों को मिली सौगात?