Madhya Pradesh News: अपने संगठनात्मक आधार को मजबूत करने में लगी कांग्रेस (MP Congress) मध्य प्रदेश में 2 अक्टूबर से अब तक 7000 गांधी चौपालें आयोजित कर चुकी है. ये चौपालें छोटे-छोटे मजरे टोला से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों और शहर के वार्डों तक में आयोजित की गईं हैं. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले के शिकारपुर गांव में मंगलवार को गांधी चौपाल के कार्यक्रम (Gandhi Chaupal Program) में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) शामिल हुए. 


चौपाल को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि भारत एक मात्र देश है जहां पर हजारों तरह की विविधताएं हैं इसलिए भारत के अलावा और कहीं भी देश जोड़ो यात्रा नहीं निकाली जा सकती. आज देश में 40 साल बाद फिर से भाषा के झगड़े पैदा किए जा रहे हैं, फिर से खालिस्तान के नारे लगाए जाने लगे हैं. इसलिए आज भारत को जोड़ने की आवश्यकता है.


और क्या कहा पूर्व सीएम ने
कमलनाथ ने कहा, इन चौपालों के माध्यम से मध्य प्रदेश की वास्तविक स्थिति सामने आ रही है. 18 साल के कुशासन में किस तरह से जनता दमन, शोषण और गरीबी का शिकार हुई है उसकी बानगी अविस्मरणीय है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हमारी विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने और सबको साथ लेकर चलने की यात्रा है. राहुल गांधी देश की इन विशेषताओं के प्रतीक बन गए हैं. वे भारत की जनता की आकांक्षा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो एक होकर रहना चाहती है. वह जानती है कि एकता में ही शक्ति है.


वोट की सरकार नोट से गिराई गई-कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने प्रदेश की पहचान बनाने वाली सरकार बनाई थी और निवेश का वातावरण बनाया लेकिन उस सरकार को अनैतिक प्रलोभनों से गिरा दिया गया. वोट की सरकार नोट से गिराई गई, जनमत को धनबल से परास्त किया गया. हमारी सरकार ने जनकल्याण के सैकड़ों कार्य किए और विकास का रोड मैप तैयार किया. गांधी चौपाल भारत की संस्कृति को जोड़ने की चौपाल है, आजादी के इतिहास को बचाने की चौपाल है, संविधान की रक्षा करने की चौपाल है. संविधान की रक्षा करने से ही देश बचेगा.


प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने क्या कहा
कमलनाथ के संबोधन के बाद गांधी चौपाल के मध्य प्रदेश के प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता ने यह कहा कि, जिस क्षेत्र में संत लोग डेरा करते हैं वह क्षेत्र तीर्थ बन जाता है वैसे ही कमलनाथ सेवा, सौहार्द, दया और करुणा से भरे हुए ऐसे संत हैं जिनके डेरा करने से छिंदवाड़ा एक धाम बन गया है. पूरे मध्य प्रदेश में और देश में छिंदवाड़ा के विकास की नजीर दी जाती है. कमलनाथ को विकास की गंगा का भागीरथ कहा जाता है.


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