Madhya Pradesh News: मुख्यमंत्री डॉ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले में अधिकारियों ने माना कि ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण खेतों में नुकसान हुआ है. कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों से बीमा कंपनी को सूचित करने की सलाह भी देते हुए अपील की है. दरअसल, 27 फरवरी को मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ था जिसके बाद उज्जैन जिले के कई गांव में हल्की बारिश और ओलावृष्टि भी हुई.


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टर को ओलावृष्टि से होने वाले नुकसान का आकलन करने के निर्देश जारी किए हैं. इसी कड़ी में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर घटिया और तराना तहसील के कई गांव का मैदानी परीक्षण का अधिकारियों ने नुकसान का आकलन किया. 


72 घंटे अंदर शिकायत दर्ज करें
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि तहसील घ‌ट्टिया के ग्राम बिछडोद, खजुरिया,सदर, सुलिया, बिसाहेडा, गुडारिया गुर्जर, भीमपुरा, कुमाडी आदि ग्राम का एवं तहसील तराना के ग्राम बडसिम्हा, गांवडी, सामानेरा, नौगावा, तोबरीखेडा एवं छडावद में प्रभावित खेतों में पहुंचकर खेतों का निरीक्षण किया है.


इस निरीक्षण में पाया गया कि जहां पर देर से बोई गई गेहूं की फसल जो वर्तमान में हरी अवस्था में है, वह खेत में कहीं कहीं पर गिर गई है. निरीक्षण के समय प्रभावित ग्रामों के उपस्थित किसानों को सलाह दी गई कि संबंधित बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 14447 पर 72 घंटे अंदर शिकायत दर्ज करें, ताकि समय सीमा में शिकायत दर्ज होने पर प्रभावित किसानों को बीमा दावा राशि प्राप्त हो सके.


लोकसभा चुनाव के कारण राजनीति गर्माई
मौसम में आए परिवर्तन के कारण खराब हुई फसलों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सांसद नकुल नाथ, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित अन्य नेता फसल नुकसानी का मुआवजा मांग रहे हैं. लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीति गर्मा रही है. प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी तो मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं.


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