MP News: मध्य प्रदेश की मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार दिवाली (Diwali) के अवसर पर रेहड़ी पटरी पर स्वदेशी सामान और मिट्टी के उत्पाद बेचने वालों को बड़ी सौगात दी है. सीएम मोहन यादव ने यह आदेश दिया है कि ऐसे रेहड़ी पटरी वालों पर कर या शुल्क ना लगाया जाए. दरअसल, बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी और गरीब परिवार ग्रामीण क्षेत्रों से निकलकर शहरी क्षेत्रों में मिट्टी से बने उत्पादों की बिक्री करने आते हैं. ऐसे ही लोगों से शुल्क ना वसूले जाने को कहा गया है.


सीएम मोहन यादव ने साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दिवाली के अवसर पर पूरे राज्य में बिना किसी बाधा के बिजली की आपूर्ति कराई जाए. देश में दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. 


मोहन यादव ने इसको लेकर निर्देश जारी करते हुए 'एक्स' पर लिखा, ''दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुए धनतेरस (29 अक्टूबर) से देवउठनी एकादशी (11 नवम्बर) तक सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष व्यवस्था करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि रेहड़ी पटरी पर अस्थाई रूप से विक्रय करने वाले छोटे व्यापारी, ग्रामीण क्षेत्र से स्थानीय उत्पादों की बिक्री करने शहर आने वाला वर्ग, गरीब परिवार जो आनंद से अपने स्वदेशी उत्पादों की बिक्री जैसे खिलौने, मिट्टी के उत्पाद, साज सज्जा का सामान आदि का विक्रय करके अपने परिवार के साथ दीपों का पर्व हर्षोल्लास से मनाता है.''






रेहड़ी पटरी वालों पर बाजार शुल्क ना लगाने के निर्देश


सीएम मोहन यादव ने आगे लिखा, ''ऐसे सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए इन्हें बाजार एवं तह बाजार के कर/शुल्क आदि से मुक्त रखा जाए. पूरे मध्यप्रदेश में रोशनी के पर्व दीपावली पर विद्युत की निर्बाध आपूर्ति की व्यवस्था की जाए, साथ ही जो भी अन्य साधन जिससे आम नागरिकों को सुविधा मिल सके उसकी समुचित व्यवस्था की जाए. प्रेम, आनंद और प्रकाश का पर्व समाज के सभी वर्गों के जीवन में खुशहाली लाए, सभी अपने परिवारों के साथ आनंद से यह पर्व मनाए, यही शुभेच्छा.''


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