MP News: मध्य प्रदेश में विजयादशमी (Vijayadashami 2024) पर पहली बार परम्परा बदलने जा रही है. अब तक जिला और तहसील मुख्यालय पर अफसर ही शस्त्र पूजन किया करते थे. इस बार दशहरे पर प्रदेश के जनप्रतिनिधि शस्त्रों की पूजन करेंगे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) महेश्वर में आयोजित शस्त्र पूजन समारोह का हिस्सा बनेंगे. मंत्री प्रभार वाले जिलों में शस्त्र पूजन करेंगे. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 24 सितंबर को आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान फैसला लिया गया था.
मोहन यादव कैबिनेट के फैसले पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल के मुताबिक सरकार आरएसएस का एजेंड लागू कर रही है. शिक्षा के बाद अब धर्म में भी आरएसएस की विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है. कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि शस्त्र और शास्त्र भारत की संस्कृति है. शस्त्र रखो और शास्त्र भी रखो की विचारधारा का स्वागत होना चाहिए. पुरानी पंरपरा अनुसार दशहरे वाले दिन जिला मुख्यालय पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शस्त्र की पूजा करते थे.
विजयादशमी पर शस्त्र पूजन की बदल जायेगी परंपरा
दशहरे पर शस्त्र पूजन में भगवान श्री राम और मां काली के मंत्रों का जाप होता है. पूजा के लिए शस्त्रों को गंगाजल से शुद्ध कर साफ किया जाता है. शस्त्र पूजा के बाद हर्ष फायर भी किए जाते हैं. इस बार दशहरे से परम्परा बदल जायेगी. अब अधिकारी नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि शस्त्रों की पूजन करेंगे. विजयादशमी को दशहरा भी कहा जाता है. पंचांग के अनुसार 12 अक्तूबर 2024 को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. दशहरे पर शस्त्र पूजन का भी विधान है. भारत में दशहरा को धूमधाम से मनाया जाता है. विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के साथ रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ का पुतला भी जलाया जाता है. मोहन यादव की सरकार दशहरा पर्व को शस्त्र पूजन के साथ मनाएगी.
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