MP News: राजधानी भोपाल को हरा-भरा बनाने के लिए आज 12 लाख पौधे रोपे जाएंगे. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिवस पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण होना है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जंबूरी ग्राउंड पर पौधरोपण कर अभियान का शुभारंभ किया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत राजधानी भोपाल में पौधरोपण किया जा रहा है. भोपाल में एक ही दिन में 12 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 


पौधरोपण के लिए सभी विभागों को अलग-अलग पौधरोपण लक्ष्य की जिम्मेदारी दी गई है. सबसे ज्यादा वन विभाग को 9 लाख पौधों का रोपण करना है. मुख्य आयोजन जंबूरी मैदान पर आयोजित किया गया, जिसमें सीएम डॉ. मोहन यादव सम्मिलित हुए उन्होंने एक पेड़ मां के नाम रोपकर अभियान का शुभारंभ किया है.


300 स्थानों पर होना है पौधरोपण
नगर निगम भोपाल द्वारा शहर में एक ही दिन में 12 लाख पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसके लिए 300 स्थानों पर पौधरोपण किया जाएगा. नगर निगम ने पौधरोपण के लिए सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. भोपाल में 480 हेक्टेयर क्षेत्र में 12 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.


किस विभाग को कितना लक्ष्य
भोपाल में एक ही दिन में 12 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य है, जिसके लिए विभागों को अलग-अलग पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है. सबसे ज्यादा लक्ष्य वन विभाग का है 9 लाख पौधों का, जबकि नगर निगम को 1.20 लाख, जिला पंचायत को 1.10 लाख, जिला शिक्षा विभाग को 15 हजार, जिला खनिज विभाग को 10 हजार, उद्यानिकी विभाग को 10 हजार, पीडब्लयूडी को 10 हजार, पीएचई को 10 हजार, महिला एवं बाल विकास विभाग को 5 हजार, आदिम जाति कल्याण विभाग को 5 हजार और कृषि विभाग को 5 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.


सीएम बोले, 10 पुत्रों के बराबर है एक पेड़
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वेदों में वृक्षों की महत्ता बताई गई है. 10 कुओं के बराबर एक बावड़ी और 10 बावड़ी के बराबर एक सरोवर. 10 सरोबार के बराबर 1 पुत्र और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष है यह मान्यता हमारे वेद मंत्रों में भी है. व्यक्ति के जीवन में पुत्र रत्न प्राप्ति का अपना महत्व है, लेकिन वृक्षों को अलग प्रकार से ही पूजा गया है और हमारी संस्कृति तो कदम-कदम पर पेड़, पत्ते में परमात्मा के वास की जो भावना है वह हमारे कण-कण में है. आज से लगभग 100 साल पहले जगदीश चंद्र बसु को लंदन में नोबल पुरस्कार मिला था. इस दौरान उनसे कहा गया कि पौधों में प्राण है, जिसे उन्होंने सिद्ध करके भी बताया. कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय, मंत्री कृष्णा गौर सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे.


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