मोहन यादव सरकार का बड़ा फैसला, एमपी में तीर्थ के रूप में विकसित होंगे श्रीकृष्ण लीलाओं से जुड़े स्थान
Indore News: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हमने तय किया है कि भगवान कृष्ण के चरण मध्य प्रदेश में जहां-जहां पड़े थे, हम उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेंगे.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार (24 अगस्त) को कहा कि राज्य में भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा. मोहन यादव ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के इंदौर में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में कहा कि "हमने तय किया है कि भगवान कृष्ण के चरण राज्य में जहां-जहां पड़े थे, हम उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेंगे."
उन्होंने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक राज्य में भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थानों में इंदौर जिले का जानापाव, उज्जैन का सांदीपनि आश्रम और नारायणा गांव और धार जिले का अमझेरा शामिल हैं. मोहन यादव ने राम मंदिर आंदोलन में महंत नृत्य गोपाल दास के कठिन संघर्ष की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने सनातन संस्कृति की धरोहर सहेजने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया.
एमपी का अयोध्या से गहरा नाता
उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के माध्यम से राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अद्भुत पल था और वह जीवन भर इस दृश्य को नहीं भूलेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में 500 साल के संघर्ष के बाद राम जन्मभूमि पर मंदिर बन सका. मध्य प्रदेश का अयोध्या से और गहरा संबंध है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि बाबर ने अयोध्या में जिस 2,000 साल पुराने राम मंदिर को ध्वस्त किया था, उसे राज्य के मालवा अंचल की प्राचीन उज्जैन नगरी के सम्राट विक्रमादित्य ने बनवाया था."
उन्होंने कहा कि अयोध्या के मंदिर में भगवान राम मुस्कुरा रहे हैं. अब हम पलक-पांवड़े बिछाकर मथुरा में भगवान कृष्ण के मुस्कुराने का इंतजार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश सरकार इंदौर, उज्जैन, देवास और धार जिलों के स्थानों को मिलाकर मेट्रोपोलिटन क्षेत्र बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है और बहुत जल्द इस क्षेत्र का नाम घोषित किया जाएगा. बता दें मोहन यादव, इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं.
उन्होंने देश के सबसे स्वच्छ शहर में शुक्रवार को तेज बारिश के बाद प्रमुख चौराहों पर भारी जल जमाव और यातायात जाम होने की स्थिति का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने एक बैठक में स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिएं कि उचित इंतजाम करें ताकि आगे ऐसे हालात न बनें.