MP News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जन्माष्टमी के पर्व के एक दिन पहले रविवार को घोषणा की कि राज्य सरकार भगवान कृष्ण के जीवन के अलग-अलग पक्षों पर संवाद के लिए नगरीय क्षेत्रों में केंद्र खोलेगी.
सीएम यादव ने इंदौर के गीता भवन में भगवान कृष्ण पर आयोजित परिसंवाद में कहा इंदौर का गीता भवन भगवान कृष्ण के विविध पक्षों पर संवाद का बड़ा केंद्र है. मैं आज घोषणा कर रहा हूं कि हमारी सरकार आने वाले समय में राज्य के नगरीय क्षेत्रों में गीता भवन की तर्ज पर केंद्र खोलेगी जिनसे हमें भगवान कृष्ण के अलग-अलग पक्षों पर चर्चा-परिचर्चा का अवसर मिलेगा.
‘राज्य सरकार धनराशि उपलब्ध कराएगी’
सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि इन प्रस्तावित केंद्रों के लिए नगरीय निकायों को राज्य सरकार द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन केंद्रों को पौराणिक विषयों पर प्रामाणिक ज्ञान के आदान-प्रदान के स्थानों के रूप में विकसित किया जाएगा. बता दें कि इंदौर का गीता भवन एक पारमार्थिक ट्रस्ट का संचालित संस्थान है जहां अलग-अलग धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
वहीं कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट कर सीएम मोहन यादव ने लिखा कि भगवान श्रीकृष्ण एक आदर्श पुत्र, सखा, शिष्य एवं कुशल प्रबंधक थे, भगवान कृष्ण की शिक्षाएं जीवन जीने का सही मार्ग प्रदर्शित करती हैं. आज गीता भवन, इंदौर में "भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित एक दिवसीय व्याख्यान माला" कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम में मेरे साथ कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उपस्थित रहे.
मध्य प्रदेश में विकसित होगी मेट्रोपॉलिटन सिटी
वहीं शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और वाणिज्यिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंदौर, उज्जैन, देवास और धार ज़िले के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक मेट्रोपॉलिटन सिटी को विकसित किया जाएगा. इसी आधार पर भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे महानगरों को भी विकसित किया जाएगा.
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