CM Shivraj in Action: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है. दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को मुरैना दौरे पर थे, जहां स्थानीय लोगों की शिकायत सुनने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया. मुरैना एसपी की कार्यशैली को लेकर आम जनता ने सीएम शिवराज से शिकायतें की थीं, जिन्हें सुनने के बाद मुख्यमंत्री काफी नाराज हो गए और पुलिस अधीक्षक को तुरंत हटाने के निर्देश दे दिए.


दरअसल, मुरैना में स्थानीय लोग एसपी आशुतोष बागरी से परेशान थे और उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे थे. कई मामलों में त्वरित कार्रवाई न होने की वजह से आम जनता नाराज थी. इस वजह से सीएम शिवराज ने एसपी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया. सीएम के इस आदेश के बाद मुरैना पुलिस विभाग में हड़कंप मचा गया है.


अवैध रूप से शराब की बिक्री का आरोप
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार, 6 अप्रैल को स्वास्थ्य सेवाओं का लोकार्पण करने के लिए और लाडली बहना योजना के तहत आयोजित महिला सम्मेलन में शिरकत करने मुरैना पहुंचे थे. कार्यक्रम के बाद सीएम शिवराज से स्थानीय नेताओं और जनता ने मुलाकात की. इस दौरान महिलाओं ने सीएम से एसपी के बारे में शिकायत की. साथ ही यह भी आरोप लगया कि जिले में कई जगहों पर अवैध रूप से शराब की बिक्री हो रही है. वहीं, पुलिस पर यह आरोप लगाया कि शिकायतों के बावजूद जरूरी एक्शन नहीं लिए जा रहे हैं.


इस वजह से चर्चा में थे मुरैना एसपी
गौरतलब है कि साल 2022 में आशुतोष बागरी के पिता ने सतना में मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के तहत अप्लाई किया था. तीर्थयात्री के तौर पर उनका चयन भी हो गया था, लेकिन वह इसके लिए पात्र नहीं थे. दरअसल, मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में आवेदन के लिए यह जरूरी है कि आप आयकर दाता न हों, लेकिन आशुतोष बागरी के पिता सरकारी शिक्षक हैं. ऐसे में जब इस योजना के तहत उनके आवेदन की खबर मिली तो उन्हें निलंबित कर दिया गया. 


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