Shivraj Singh Chouhan Convoy New Cars: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले में शामिल गाड़ियों को बदलने की कवायद पीएचक्यू एवं स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों ने शुरू कर दी है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा कारणों को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफिले में अब पीआर लेवल-6 की गाड़ियां शामिल की जाएंगी. साथ ही साथ Z+ सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों के लिए भी VIP-1 प्रोटोकॉल में बदलाव किया जाएगा. इसके चलते पुलिस हेडक्वॉर्टर्स (PHQ) की स्पेशल ब्रांच के द्वारा नई आठ गाड़ियों को खरीदने का मसौदा तैयार किया गया है.
आधुनिक परिस्थितियों को देखते हुए इन गाड़ियों की सुरक्षा पहले से चुस्त-दुरुस्त करने का फैसला किया गया है. वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले में फॉर्च्यूनर कंपनी की बुलेट प्रूफ कारें सम्मिलित हैं. सुरक्षा अधिकारियों और जांच एजेंसियों के द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर इन गाड़ियों के मॉडल में सुधार किया जा रहा है. अब मुख्यमंत्री के काफिले में बीआर-6 लेवल की गाड़ियों को शामिल किया जाएगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार इन गाड़ियों पर बम धमाके, स्नाइपर अटैक और एके-47 से भी हमले का कोई असर नहीं होगा.
सीएम शिवराज के काफिले में फॉर्च्यूनर गाड़ियां शामिल
पीएचक्यू ने गाड़ियों की खरीदी से पहले कई महत्वपूर्ण शर्तें लागू करने का मन बनाया है. इन गाड़ियों का प्रयोग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा जांच एजेंसियों द्वारा जेड प्लस सुरक्षा दी गई VIP हस्तीयों के लिए भी किया जाएगा. पीएचक्यू स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले में फॉर्च्यूनर कंपनियों की गाड़ी शामिल हैं, लेकिन अब वर्तमान समय और परिस्थितियों को देखते हुए उन्हें अपडेट करने का समय आ गया है.
कई कंपनियां भेजेंगी कोटेशन, पूरे करने होंगे मापदंड
यही वजह है कि 8 नई बीआर लेवल 6 की गाड़ियां खरीदने को लेकर तैयारी की जा रही है. इसी के चलते फॉर्च्यूनर सहित अन्य कंपनियों को कोटेशन भेजने को कहा गया है. साथ ही सुरक्षा कारणों की महत्वपूर्ण शर्तों से कंपनियों को अवगत कराया गया है. जो भी कंपनी इन मापदंडों को पूरा करेगी, उनसे गाड़ियां खरीदी जाएंगी.
साथ ही साथ पुरानी गाड़ियों को मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल करने के लिए अपडेट कर इंदौर ग्वालियर और जबलपुर शहरों में भेजा जाएगा जहां पर पुरानी कारों का इस्तेमाल मुख्यमंत्री सहित जेड प्लस सुरक्षा धारक अन्य वीआईपीयों के लिए भी किया जाएगा. यह सभी परिवर्तन सुरक्षा जांच एजेंसी के द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर किये जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Madhya Pradesh Election 2023: 'जन आशीर्वाद' यात्रा को लेकर बीजेपी में असमंजस, जानें किस बात पर फंसा है पेच