Bhopal: पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का अंतिम दिन आज अंतिम दिन, सीएम शिवराज भी करेंगे शिरकत
Bhopal: भोपाल मं पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा प्रति दिन दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक हो रही है. शिव महापुराण की ये कथा करोंद क्षेत्र के पीपुल्स मॉल के पीछे हो रही है. आज इसका अंतिम दिन है.
Shiv Mahapuran Katha In Bhopal: कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के करोंद क्षेत्र में पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा (Shiv Mahapuran Katha) चल रही है. ये कथा शिवराज सरकार के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Kailash Sarang) अपने माता-पिता की स्मृति में करा रहे हैं. 10 जून से शुरु हुई पांच दिवसीय कथा का बुधवार को अंतिम दिन है.
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (VD Sharma) सहित प्रदेश सरकार के अनेक मंत्री बुधवार को अंतिम दिन कथा सुनने पहुंचेंगे. इससे पहले भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर के कुबेश्वर धाम पर फरवरी महीने में आयोजित हुई कथा के दौरान भी सीएम शिवराज पहुंचने वाले थे, लेकिन ट्रैफिक जाम की वजह से सीएम शिवराज सिंह चौहान को अपना दौरा स्थगित करना पड़ा था. वहीं कथा स्थल पर प्रति दिन श्रद्धालुओं की भीड़ में इजाफा होता जा रहा है. रोजाना ही कथा के नए पंडाल लगाए जा रहे हैं, बावजूद पंडाल छोटे पड़ रहे हैं.
आज कथा का अंतिम दिन
बता दें लोग तपती धूप में ही कथा सुन रहे हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा प्रति दिन दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक हो रही है. शिव महापुराण की ये कथा करोंद क्षेत्र के पीपुल्स मॉल के पीछे हो रही है. कथा में प्रतिदिन ही बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बना हुआ है. बड़ी तादाद में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 55 एकड़ में पंडाल बनाया गया है, जबकि 200 एकड़ क्षेत्र में वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है. आज कथा का अंतिम दिन है. ऐसे में आयोजक समिति का अनुमान है कि बड़ी तदाद में श्रद्धालु आएंगे. इसके चलते कथा स्थल पर और अधिक पंडाल लगाए जा रहे हैं. वहीं श्रद्धालुओं के कथा स्थल तक पहुंचने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा पहले से ही रुट प्लान तय कर रखा है.
कथा स्थल पहुंचने यह है रुट
इस रुट प्लान के अनुसार ही श्रद्धालु कथा स्थल तक पहुंच रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस के अनुसार अयोध्या नगर, रत्नागिरी, छोला की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भानपुर ब्रिज से भानपुर रोटरी के पास स्थित पार्किंग में वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल तक जा रहे हैं. वहीं वापसी में श्रद्धालु पार्किंग स्थल से निकलकर भानपुर रोटरी घूमकर वापस भानपुर ब्रिज होकर जा रहे हैं. इसी तरह छोला भानपुर से आने वाले श्रद्धालु भानपुर चौराहे से बाएं मुड़कर भानपुर रोटरी में पार्किंग में वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे हैं. वापसी में वो पार्किंग से निकलकर भानपुर ब्रिज के नीचे से रेलवे माल गोदाम होकर गंतव्य की ओर रवाना हो रहे हैं. इसी तरह सीहोर, इंदौर, नरसिंहगढ़, ब्यावरा की और से आने वाले वाहन खजूरी बायपास से मुबारकपुर मीना चौराहे से लाम्बाखेड़ा चौराहा और लाम्बाखेड़ा गांव औप जीवनदान अस्पताल होते हुए एलएनसीटी स्कूल के बाजू से मित्तल कॉलेज तिराहा होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंच रहे हैं.
इसके अलावा बैरसिया से आने वाले वाहन भी लाम्बाखेड़ा गांव होते हुए जीवनदान के बगल से कृष्णा लेक सिटी होते हुए पहुंच रहे हैं. वहीं गांधी नगर से करोंद चौराहे तक जाने के लिए करोंद चौराहा होते हुए थाना निशातपुरा के आगे केन्द्रीय कृषि मृदा अनुसंधान केन्द्र के सामने से पहुंच रहे हैं. बता दें सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान रुद्राक्ष का वितरण नहीं किया जा रहा है.
नहीं हो रहा रुद्राक्ष का वितरण
सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी चितावलिया हेमा में फरवरी महीने में रुद्राक्ष वितरण समारोह के दौरान फैली अव्यवस्थाओं के चलते आयोजकों ने यह निर्णय लिया था. आयोजक मंत्री विश्वास सारंग ने पहले ही बता दिया था कि श्रद्धालुओं को उनके घर पर ही रुद्राक्ष का वितरण किया जाएगा. रुद्राक्ष पाने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा रजिस्ट्रेशन भी कराया जा रहा है.