Shivraj Singh Chouhan Tweet: कांग्रेस के रायपुर राष्ट्रीय अधिवेशन (Congress Convention) पर निशाना साधने के चक्कर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) खुद सोशल मीडिया यूज़र्स के निशाने पर आ गए हैं. यहां उनके इतिहास बोध पर चुटकी लेते हुए उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
नेताजी सुभाषचंद्र बोस के कांग्रेस छोड़कर जाने के सीएम शिवराज के बयान पर जाने माने इतिहासकार और लेखक अशोक कुमार पांडेय ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि इतिहास आप भी व्हॉट्सएप से पढ़ते हैं क्या? इतिहासकार ने शिवराज सिंह चौहान के लिए यह तक कह दिया कि अपनी चिंता करना शुरू कर दीजिए. आने वाले दिन अच्छे नहीं लग रहे हैं. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री की चुटकी ली है.
सीएम शिवराज ने सिलसिलेवार तीन ट्वीट कर किया कांग्रेस को घेरने का प्रयास
सबसे पहले ये जानते हैं कि रायपुर अधिवेशन के बहाने कांग्रेस को घेरने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को क्या बयान दिया था. शिवराज ने ट्विटर पर तीन थ्रेड में अपने वीडियो बयान को पोस्ट किया था. जो कुछ इस प्रकार था-
1. 'मुझे आश्चर्य है कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय अधिवेशन के जो विज्ञापन दिए, उनमें महात्मा गांधी जी का फोटो लगाया. गांधी जी ने कहा था कि कांग्रेस को आजादी के बाद भंग कर देना चाहिए. कांग्रेस ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का फोटो लगाया, जिन्हें चुनाव में हराने का काम कांग्रेस ने किया.'
2. 'कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय अधिवेशन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की फोटो लगाई, जिन्होंने कांग्रेसी छोड़ दी थी और देश की आजादी के लिए प्रभावशाली रास्ता चुना था. लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की फोटो लगाई लगाई, जिन्हें कांग्रेस ने हमेशा अपमानित किया.'
3. 'कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय अधिवेशन में सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए जो फोटो लगाएं हैं, उसका उन्हें कोई नैतिक अधिकार ही नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव जी की फोटो लगा ली, जबकि कांग्रेस ने उनका अंतिम संस्कार तक ढंग से नहीं होने दिया था.'
इस बात पर मुख्यमंत्री शिवराज हुए ट्रोल
अब बारी थी सोशल मीडिया पर उनके तथ्यों से परे बयान के मान-मर्दन की. प्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक अशोक कुमार पाण्डेय ने सवाल किया, "मामा जी, सुभाष बाबू ने कब कांग्रेस छोड़ी थी? इतिहास आप भी व्हाट्सएप से पढ़ते हैं? फॉरवर्ड ब्लॉक कांग्रेस के बाहर नहीं भीतर बनाई गई थी. आज़ाद हिन्द फौज की ब्रिग्रेड के नाम नेहरू और महात्मा गांधी पर थे. वैसे, आप जो सावरकर वगैरह के फ़ोटो लगाते हैं वे कब आपकी पार्टी में थे?"
इसी तरह अशोक कुमार पाण्डेय ने सरदार पटेल के बहाने शिवराज के तंज पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान के बयान को रीट्वीट करते हुए लिखा कि, "आपके यहां गृहमंत्री बनाए जाने को अपमान कहते हैं क्या? फिर तो आडवाणी जी की चिंता कर लीजिए. बाद में अमित शाह जी की भी चिंता कीजिएगा. वैसे, अपनी चिंता करना शुरू कर दीजिए,आने वाले दिन अच्छे नहीं लग रहे."
दिग्विजय सिंह ने भी ली चुटकी
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस ट्विटर बयानबाजी में कूद गए. उन्होंने अशोक कुमार पाण्डेय के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा, "शिवराज उर्फ़ मामा उर्फ़ मामू को जो इतिहास सरस्वती शिशु मंदिर और संघ ने पढ़ाया, वही तो बताएंगे. उनका क्या क़सूर है!" मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इतिहास बोध पर कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी चुटकी ली.
यह भी पढ़ें: Bageshwar Dham: 'दो चार साल और आप साथ दो, सब हरि-हरि बोलेंगे...', जानें- धीरेन्द्र शास्त्री ने क्यों कही यह बात?