Indore Politics: सीएम राइज स्कूल में बिना टेंडर किए ही स्कूल का पुराना फर्नीचर और रद्दी को बेच दिया. अब इसमें कांग्रेस ने किसी बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है.जिस स्कूल का यह मामला बताया जा रहा है, उसमें इससे पहले भी पुताई के नाम पर घोटाला सामने आ चुका है. 


किस स्कूल पर लगा है घोटाले का आरोप


दरअसल पूरे मध्य प्रदेश में गुणवक्ता युक्त शिक्षा मिले इसके लिए प्रदेश सरकार प्रदेश में करीब 9200 सीएम राईज स्कूल खोलने की योजना चलाई थी.इस योजना में इंदौर के भी कई स्कूल शामिल किए गए थे. इन स्कूलों में महाराजा शिवाजी राव स्कूल का भी नाम शामिल है. इस स्कूल पर कांग्रेस ने पूर्व में भी घोटाले का आरोप लगा चुकी है.एक बार फिर कांग्रेस ने महाराजा स्कूल प्रबंधन पर बिना टेंडर के स्कूल का सामान बेचने का आरोप लगाया है.


कांग्रेस ने क्या कहा है


कांग्रेस की तरफ से ये आरोप शहर कांग्रेस कमेटी सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी और इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल ने लगाया है. दोनों नेताओं ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री इंदौर शहर के स्कूलों को सीएम राइज स्कूल घोषित किया गया था.उन्हीं में से एक स्कूल है महाराजा शिवाजी राव स्कूल.पूर्व में भी पुताई घोटाला हुआ था. इसमें तीन महीने के अंदर ही दो बार स्कूल की पुताई करवाई गई थी.आज स्कूल मैं पुनः एक बार बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि स्कूल का पुराना फर्नीचर,पानी की टंकी,रद्दी को बिना टेंडर के बेचा गया है.सिर्फ मात्र कोटेशन के नाम पर पूरे स्कूल के पुराने फर्नीचर को बेच दिया गया है.जबकि शासकीय संपत्ति को अगर बेचना हो तो शासन द्वारा नियम है कि उसका टेंडर प्रक्रिया की जाती है.समाचार पत्रों में विज्ञप्ति जारी की जाती है. या फिर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बनाई गई कमेटी को अधिकार दिया जाता है कि वह किसी भी तरह का पुराना सामान बेच सकें.


कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि महाराजा शिवाजी राव स्कूल में ऐसी किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. उनका कहना था कि केवल कोटेशन मंगा कर पूरा सामान बेच दिया गया.उनका दावा है कि बेचे गए सामान में कई टन लोहा, प्लास्टिक और रद्दी शामिल है. कांग्रेस ने इसकी शिकायत शिक्षा मंत्री, जिलाधीश महोदय, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण और जिला शिक्षा अधिकारी को प्रमाण के साथ की है.


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