Ujjain News Today: महाकालेश्वर मंदिर के प्रसाद को बनाने वाली यूनिट के निरीक्षण के दौरान बीजेपी नेता ने गुणवत्ता जानने के लिए दाल को चख लिया. इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता से माफी मांगने की मांग की. अब बीजेपी नेता ने भी पूरे मामले में सफाई दी है.


महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने दीवार गिरने के बाद इसका निरीक्षण करने के लिए मोहन यादव सरकार के मंत्री और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल शनिवार (28 सितंबर) को उज्जैन पहुंचे थे. उन्होंने पहले घटनास्थल का दौरा किया. 






इसके बाद चिंतामण गणेश मंदिर के पास महाकालेश्वर मंदिर प्रसाद निर्माण की यूनिट का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के कई नेता और जनप्रतिनिधि मौजूद थे. 


प्रसाद की दाल जूठा करने आरोप 
भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री संजय अग्रवाल ने प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में प्रसाद निर्माण इकाई में इस्तेमाल की जाने वाली दाल को चखा. उन्होंने दाल की पिसाई के पहले दाल के ढेर कुछ दाने उठाए और फिर उसे चखकर देखा. इसके बाद बचे हुए दाने को दाल के ढेर में मिला दिया. 


इस पर कांग्रेस नेता अजीत सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता की इस हरकत से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. उन्हें दाल चखने का पूरा अधिकार था मगर उन्हें बचे हुए दाने फिर दाल के ढेर में नहीं मिलाना चाहिए था. अजीत सिंह ने बीजेपी नेता पर दाल के जूठे दाने प्रसाद में मिलाने के आरोप लगाए. 


बीजेपी नेता ने दी सफाई
भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री संजय अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं के जरिये आरोप लगाए जाने के बाद सफाई दी है. उन्होंने अपनी सफाई में कहा, "मैं दाल का व्यापारी हूं, मैंने दाल की गुणवत्ता चखने के लिए उसको मुंह में लिया था, मैंने जूठी दाल वापस डाली नहीं है." 


संजय अग्रवाल ने आगे कहा, "मैं कांग्रेस नेताओं से करबद्ध निवेदन करता हूं कि वे राजनीति को मंदिर से दूर रखें, इसके बाद भी अगर मुझसे कोई गलती हुई है, तो मैं उसकी क्षमा मांगता हूं."


ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के शहर उज्जैन में बम डिस्पोजल स्क्वाड ने चलाया चेकिंग अभियान, मुंबई कनेक्शन बनी वजह?