Pandit Pradeep Mishra News: कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा को लेकर कांग्रेस बड़ा आरोप लगा रही है. कांग्रेस नेताओं की ओर से भारत मुख्य निर्वाचन आयोग के नाम शिकायती पत्र सीहोर कलेक्टर कार्यालय को सौंपा गया है, जिसमें बताया गया है कि आचार संहिता के नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए प्रदीप मिश्रा अपने भक्तों से बीजेपी को वोट करने को कह रहे हैं. 


कांग्रेस का आरोप है कि प्रदीप मिश्रा कथा के दौरान बीजेपी के लिए वोट मांग रहे हैं. इतना ही नहीं, बीजेपी नेता पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में पहुंचकर अपने लिए वोट मांग रहे हैं. 


प्रदीप मिश्रा पर धर्म का राजनीतिकरण करने का आरोप
बुधवार को सीहोर जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नाम संबोधित एक पत्र कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर सौंपा. पत्र के माध्यम से पंकज शर्मा ने बताया कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा द्वारा अपनी धार्मिक कथाओं में पार्टी विशेष और एक नेता का नाम लेकर वोट देने की अपील करने और पार्टी विशेष के नेताओं को बुलाकर धर्म का राजनीतिकरण कर रहे हैं. 


महाराष्ट्र में बीजेपी के लिए मांगे वोट
पंकज शर्मा ने शिकायत में बताया कि पिछले दिनों कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने एक कथा महाराष्ट्र के परतवाड़ा में की थी, दिन 6 मई को प्रदीप मिश्रा ने सीधे सीधे एक धार्मिक आयोजन में प्रधानमंत्री और भाजपा का नाम लेकर उनके लिए वोट मांगे थे जो कि चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है और संविधान विरोधी है. 


इसी कथा में आखिरी दिन 12 मई को अमरावती की निर्दलीय सांसद और भाजपा सांसद प्रत्याशी नवनीत राणा ने भी धर्म के नाम पर वोट मांगे थे. पंकज शर्मा ने कहा कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा पहले भी देश के संविधान को बदलने, लोकतंत्र को खत्म करने और हिंदू राष्ट्र बनाने संबधी अनर्गल बयान देते रहे हैं. 


प्रदीप मिश्रा की कथाओं पर रोक की मांग
कांग्रेस का कहना है, "इनका देश के लोकतंत्र और संविधान में कोई विश्वास नहीं है और ये जानबूझकर अपनी धार्मिक कथाओं में बीजेपी नेताओं को बुलाकर धर्म के नाम पर वोट मांगकर भोली-भाली जनता को गुमराह करने का काम करते हैं." 


कांग्रेस नेता ने मांग की है कि लोकसभा चुनाव समाप्त होने तक प्रदीप मिश्रा की सभी कथाओं पर रोक लगाई जाए. साथ ही, उनसे धर्म का राजनीतिकरण करने पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का निर्देश भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए जाने तथा नवनीत राणा का नामांकन पत्र खारिज किया जाए.


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