Digvijaya Singh on Ladi Bahana Yojana: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने जबलपुर में बीजेपी (BJP) पर आरोपों की झड़ी लगा दी. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की लाडली बहना योजना (Ladli Bahana Yojana) पर तंज कसते हुए कहा कि वह 1000 रुपये देकर 800 रुपये तो सिलेंडर में ही वसूल कर ले रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने जबलपुर के आदिवासी छात्रावास की बेशकीमती जमीन बिल्डरों के हवाले करने का आरोप भी लगाया.


दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर लगाए कई आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने जबलपुर प्रवास के दौरान सबसे पहले अधारताल स्थित अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंचे. यह छात्रावास पूरी तरह जर्जर हो चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रावास की मरम्मत के लिए सांसद मद से 11.50 लाख की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन सरकार ने यह राशि खर्च नहीं की.


दिग्विजय सिंह का आरोप है कि सांसद निधि की राशि वापस लौटा दी गई. उन्होंने आरोप लगाया कि अधारताल के आदिवासी छात्रावास की बेशकीमती जमीन बिल्डरों को बेचने के लिए शिवराज सरकार इस हॉस्टल को शहर से 25 किलोमीटर दूर शिफ्ट करने की कोशिश कर रही है.


'एक हजार देने के बदले 5000 निकाले जा रहे हैं'
इसके बाद, आदिवासी शबरी महासंघ के सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार लाडली बहना के नाम पर 1 हजार रुपये देकर 800 रुपये तो गैस सिलेंडर में खर्च करवा लेगी. बल्कि महंगाई इतनी है कि 1 हजार देने के बदले 5 हजार रुपये जेब से निकाल लिया जा रहा है. 


दिग्विजय सिंह का कहना है कि आज मंहगाई चरम पर पहुंच चुकी है. कांग्रेस सरकार बनने पर बहनों को 1500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे. शबरी आदिवासी सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह में मंच से दिग्विजय सिंह ने सभी नव विवाहित वधुओं के खातों में सांसद मद से पांच-पांच हजार रुपये देने का एलान भी किया.


'आदिवासियों को नहीं दी जा रही सरकारी नौकरी'
दिग्विजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि आदिवासियों के लिए बजट के प्रावधान की राशि फिजूल में खर्च की जा रही है. जो पैसा आदिवासियों के शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च होना चाहिए, वह बीजेपी के दिखावटी आयोजनों में खर्च हो रहा है. बीजेपी केवल आदिवासियों का शोषण कर रही है. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की सरकारी नौकरी में भर्ती नहीं हो रही है.


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