MP Election 2023: इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (MP Assembley Election 2023) के लिए कांग्रेस (Congress) ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. कांग्रेस इस बार सत्ता में वापसी का कोई भी मौका चूकना नहीं चाहती है. प्रदेश की सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस वापसी का हरसंभव प्रयास कर रही है. इसके लिए पार्टी नेताओं को अलग अलग जिम्मेदारी दी जा रही है. पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में नेताओं की जिम्मेदारी तय की गई है.
दिग्विजय सिंह को क्या जिम्मेदारी मिली है
कांग्रेस पार्टी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कार्यकर्ताओं से संवाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वह पंगत में संगत कर कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे. इस तरह वो कांग्रेस की अंदरूनी कलह दूर करने की कोशिश करेंगे.इसी प्रयास के तहत वो तुलसी के पौधे देकर कार्यकर्ताओं को शपथ दिलवा रहे हैं.इसका मकसद कार्यकर्ताओं को एक साथ मिलकर काम करने का संदेश देना भर है. उन्हें यह बताया जा रहा है कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो सबका ख्याल रखा जाएगा.कांग्रेस ने इसी तरह 2018 में भी कलह खत्म करने के लिए पंगत में संगत कार्यक्रम अपनाया था.
एमपी की किन सीटों पर है कांग्रेस का फोकस
कांग्रेस का फोकस प्रदेश की उन 66 विधानसभा सीटों पर है, जहां वह पिछले पांच चुनाव से हारती आ रही है. इन सीटों पर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सक्रिय होंगे. इसी योजना के तहत कमलनाथ 20 अप्रैल को बीना जा रहे हैं.इस दौरान कमलनाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं में सरकार की ओर से पुलिस-प्रशासन का जो भय दिखाया गया है, उसे निकालने का काम करेंगे. वो इन 66 सीटों पर कांग्रेस संगठन और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनसे बात करेंगे.
कमलनाथ 20 अप्रैल को बीना में एक आममसभा को संबोधित करेंगे. कमलनाथ से पहले दिग्विजय सिंह खुरई,सुरखी और रहली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के मंडलम और सेक्टर स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे.
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