MP NEWS: मध्यप्रदेश में प्याज के दाम किसानों को काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं. अब कांग्रेस प्याज की कीमतों को लेकर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. खासतौर पर उज्जैन-इंदौर संभाग में आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है.


गौरतलब है कि प्याज की थोक बाजार में कीमत ₹3 किलो तक आंकी जा रही है. ऐसी स्थिति में किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. चुनावी साल होने की वजह से कांग्रेस प्याज की कीमतों को लेकर मैदान में उतरने जा रही है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक उज्जैन और इंदौर संभाग में कांग्रेस प्याज की कम कीमतों को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार कर रही है.


उन्होंने बताया कि बीजेपी सरकार और कृषि मंत्री सहित मुख्यमंत्री किसानों की आमदनी दोगुना होने के दावे कर रहे हैं. जबकि किसान कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है. इसी वजह से कांग्रेस ने दो लाख तक का कर्जा माफ करने की योजना निकाली है. जैसे ही चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी वैसे ही कांग्रेस सबसे पहले किसानों का कर्जा माफ करेगी. उन्होंने बताया कि किसानों को जो प्राकृतिक आपदा के दौरान नुकसान हुआ था, उसका मुआवजा भी अभी तक सरकार की ओर से नहीं मिला है. जिसकी वजह से किसानों को दोहरी मार पड़ रही है. 


5 साल पहले सरकार ने खरीदे थे प्याज
पूर्व में भी प्याज के दाम को लेकर मध्यप्रदेश में विपरीत परिस्थितियों निर्मित हुई थी जिसके बाद शिवराज सरकार ने किसानों से प्याज खरीदे थे. कांग्रेसी एक बार फिर किसानों का प्याज सरकार द्वारा खरीदे जाने की मांग उठाने जा रही है. अभी आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है. इसके बाद कांग्रेस अपने अलग-अलग मांगे सरकार के सामने रखेगी पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक बीजेपी की सरकार में किसान आर्थिक रूप से काफी परेशान है जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी हर सभा में खुद को किसान पुत्र बताते हैं.


यह भी पढ़े:  फिर गरजीं उषा ठाकुर, कांग्रेस को बताया ढपोलशंख, दिग्विजय सिंह को दी ये बड़ी चुनौती