BJP vs Congress: मजदूर नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर (Babulal Gaur) के गढ़ भोपाल के गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र (Govindpura Assembly Seat) में सोमवार को कांग्रेस (Congress) नेता कमलनाथ (Ex CM Kamal Nath) का कार्यक्रम है. भारतीय जनता पार्टी के इस अभेद गढ़ को भेदने की कोशिश कांग्रेस बीते 46 साल से कर रही है. लेकिन उसे यहां आजतक सफलता नहीं मिली है. बीजेपी (BJP) के इस अभेद्य किले को जीतने की कोशिश में एक बार फिर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ एक जनसभा को संबोधित करेंगे.


गोविंदपुरा विधानसभा सीट का इतिहास


गोविंदपुरा विधानसभा सीट का गठन 1967 में हुआ था.साल 1967 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया था. उसकी टिकट पर केएल प्रधान विधायक चुने गए थे.इसके बाद साल 1972 के चुनाव में कांग्रेस के मोहनलाल अस्थाना जीते थे. साल 1977 में इस सीट को बीजेपी ने अपने नाम कर लिया. लक्ष्मीनाराण शर्मा जनता पार्टी से विधायक बने.वहीं 1980 में बीजेपी के बाबूलाल गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से जीते. इसके बाद से गोविंदपुरा विधानसभा सीट और बाबूलाल गौर एक दूसरे के पर्या बन गए. वो यहां से 2013 तक जीतते रहे. उन्होंने 1980, 1985, 1990, 1993, 1998, 2003, 2008 और 2013 का चुनाव इस सीट से जीता था.वर्तमान में उनकी बहू कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं.


भारतीय जनता पार्टी की सबसे सुरक्षित सीट पर सेंध लगाने पीसीसी चीफ कमलनाथ आ रहे हैं.वे गोविंदपुरा क्षेत्र में सभा को संबोधित करेंगे.उनके कार्यक्रम के अनुसार जारी दौरा कार्यक्रम के अनुसार कमलनाथ गोविंदपुरा के पिपलानी क्षेत्र में सभा को संबोधित करेंगे.गोविंदपुरा क्षेत्र मजदूर परिवारों का निवास स्थल रहा है.इसलिए मजदूर दिवस के मौके पर पीसीसी चीफ कमलनाथ यहां सभा को संबोधित करने आ रहे हैं. 


कैसा रहा था 2018 का चुनाव परिणाम


साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट से 20 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी.जीत बाबूलाल गौर की पुत्रवधु और बीजेपी उम्मीदवार कृष्णा गौर को मिली थी. कृष्णा गौर को एक लाख 25 हजार 487 मत प्राप्त हुए थे,जबकि कांग्रेस के गिरीश शर्मा को  79 हजार 128 मत मिले थे. अन्य प्रत्याशियों में बाबूलाल वाल्मिकी, शैलेन्द्र व्यास, मनोज कुमार पाल, हिमांशु सिंहा, राहुल कुमार सक्सेना, मनोज सिंह, कोमल सिंह मीना, माया चार्डे, मनीष मिश्रा, एमआर बंजारे, जितेन्द्र मोहन राय, मनोज कुमार राय, नागसेन टायडे, ए ताहिर खान थे. 


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