MP Politics: कांग्रेस ने ओंकारेश्वर में आई बाढ़ के लिए CM शिवराज को बताया जिम्मेदार, रणदीप सुरजेवाला ने लगाए गंभीर आरोप
MP News: रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खंडवा जिले के पवित्र तीर्थ ओंकारेश्वर और वहां से नीचे के इलाकों में आई बाढ़ के लिए प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान जिम्मेदार हैं.
Randeep Surjewala Attack On CM Shivraj Singh Chouhan: ओंकारेश्वर (Omkareshwar) में आई बाढ़ के लिए कांग्रेस (Congress) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को जिम्मेदार ठहराया है. इस बाढ़ को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, मध्य प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी और शिवराज सरकार के सिर पर सत्ता की भूख सिर चढ़कर बोल रही है.
पत्रकार वार्ता के दौरान जब कांग्रेस नेता सुरजेवाला से पूछा गया कि सीएम शिवराज कहते हैं कि बीजेपी को जनता का आशीर्वाद है, इसलिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. कांग्रेस के प्रति जनता में आक्रोश है इसलिए वो जन आक्रोश यात्रा निकाल रहे हैं. इसके जवाब में कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने अपनी मां की सीख सुनाते हुए कहा "मेरी मां कहती थी कि कभी भी नकलची बच्चों के पास मत बैठना. सीएम शिवराज चौहान ऐसे ही व्यक्ति हैं, ये कुछ पढ़ते लिखते नहीं है. इसी वजह से ये इस प्रकार की उल जुलूल बाते कहते रहते हैं. शिवराज चौहान किसी भी तरह से यह चाहते हैं जन आक्रोश यात्रा बंद हो जाए."
ओंकारेश्वर में बाढ़ के जिम्मेदार सीएम शिवराज-सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पवित्र तीर्थ ओंकारेश्वर और वहां से नीचे के इलाकों में आई बाढ़ के लिए प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान जिम्मेदार हैं. यह सर्वविदित है कि भगवान जगतगुरु शंकराचार्य की मूर्ति के उद्घाटन का कार्यक्रम 18 सितंबर को प्रस्तावित था और इसके पहले 15 सितंबर को मुख्यमंत्री को ओंकारेश्वर जाना था. मुख्यमंत्री को एक रपटे पर से होकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना था, इसलिए प्रशासन ने ओंकारेश्वर बांध के फाटक बंद रखे ताकि रपटे के ऊपर से पानी न आ जाए.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 15 सितंबर को मुख्यमंत्री ओंकारेश्वर पहुंचे, जबकि उससे पहले ही बांध में लगातार पानी बढ़ रहा था, जिसके चलते बांध के फाटक खोलने की बहुत आवश्यकता थी, लेकिन प्रशासन पर अघोषित दबाव था कि बांध के फाटक ना खोले जाएं, इसलिए कई दिन की बरसात के बावजूद बांध में पानी बढ़ने दिया गया. सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 सितंबर का कार्यक्रम पूर्ण कर लिया. उसके बाद बांध के फाटक एकदम से खोल दिए गए और ओंकारेश्वर तीर्थ क्षेत्र और नदी के बहाव के निचले इलाकों में बहुत तेजी से बाढ़ का पानी घुसा.
सीएम के कार्यक्रम में व्यस्त रहे अफसर
रणदीप सुरजेवाला ने कहा "मुख्यमंत्री ने बहुत बाद में जाकर 18 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम को स्थगित कर अगली तारीख के लिए बढ़ाया. यह भी जानकारी मिली है कि बाढ़ प्रबंधन इत्यादि विषयों की जिम्मेदारी कलेक्टर और अन्य सक्षम अधिकारियों की होती है, लेकिन यह अधिकारी बाढ़ प्रबंधन और आपदा राहत की जगह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी में व्यस्त थे. जबकि इस दौरान ओंकारेश्वर के ऊपर के बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा था और उससे ओंकारेश्वर बांध भरता जा रहा था. इस तरह अचानक आई बाड़ से तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के बहुत से मकानों में पानी भर गया और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए."
'जनता से माफी मांगे सीएम शिवराज'
सुरजेवाला ने कहा कि शिवराज सरकार को तत्काल इस कुशासन के लिए जनता से माफी मांगना चाहिए और मकानों को हुए नुकसान का संपूर्ण मुआवजा अविलंब पीड़ित परिवारों को देना चाहिए. इस तरह के कृत्य के लिए भगवान आदिगुरू शंकराचार्य भी सीएम शिवराज को माफ नहीं करेंगे. कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब सीएम शिवराज के कुशासन और भ्रष्टाचार के कारण मध्य प्रदेश की जनता को बाढ़ जैसी आपदा का सामना करना पड़ा है. पिछले साल धार जिले का कारम बांध इसी तरह से टूट गया था. मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, कारम डैम के एक हिस्से के टूट जाने की मुख्य वजह ठेकों में हुआ भारी भ्रष्टाचार था, लेकिन शिवराज सरकार ने किसी दोषी को सजा नहीं दिलाई और जिस एजेंसी को कारम बांध टूटने में ठेकेदारी के लिए ब्लैक लिस्ट किया था वह भी ब्लैक लिस्ट से बाहर आ गई.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि दो साल पहले ग्वालियर चंबल इलाके में आई बाढ़ भी शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का परिणाम थी. यह तथ्य जग जाहिर है कि उस समय चेकडेम के निर्माण और नहरों की मरम्मत और उनकी सफाई के काम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था और ग्वालियर चंबल की बाढ़ के लिए शिवराज सरकार का भ्रष्टाचार और कुशासन ही जिम्मेदार था. सुरजेवाला ने कहा कि सीएम शिवराज आप मध्य प्रदेश की जनता से और विशेषरूप से ओंकारेश्वर और आसपास के इलाके की जनता से माफी मांगिए कि आपने अपने कुशासन से इस इलाके को बाढ़ में डुबो दिया.