MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections) के लिए कांग्रेस (Congress) किसी एक चेहरे को आगे करके मैदान में उतारने से परहेज कर रही है. पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) समर्थक भले ही उन्हें भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस (Congress) के शीर्ष नेतृत्व ने अभी तक उनके नाम का एलान नहीं किया है. सोमवार को दिल्ली में एमपी चुनाव को लेकर बड़ी बैठक के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी उस सवाल को टाल दिया,जिसमें पूछा गया था कि क्या मध्य प्रदेश में सीएम का चेहरा कमलनाथ होंगे ?


दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को मध्य प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ शीर्ष नेतृत्व की बैठक हुई. पूर्व सांसद राहुल गांधी ने बैठक के बाद कहा कि हमारी लंबी चर्चा चली. हमारा आंतरिक आंकलन है कि हमें मध्य प्रदेश में 150 सीटें मिलने वाली हैं. राहुल गांधी ने आगे कहा कि जो कर्नाटक में किया,उसे रिपीट करेंगे. दिल्ली में हुई बैठक में कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के अलावा राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांति लाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, सांसद विवेक तन्खा, राज मणि पटेल, नकुल नाथ और पूर्व स्पीकर नर्मदा प्रसाद प्रजापति भी मौजूद थे.


चेहरे के ऊपर मुद्दे को तरजीह: पवन खेड़ा
पीसीसी चीफ होने के नाते कमलनाथ चुनावी अभियान की अगुवाई कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित राज्य के तमाम आला नेता कमलनाथ को सीएम प्रोजेक्ट करने के नाम पर सहमत दिख रहे हैं लेकिन किन्हीं वजहों से आलाकमान अभी उनके नाम की औपचारिक घोषणा नहीं कर रहा है. इस संबंध में पूछे गए सवाल को राहुल गांधी टाल गए. पिछले दिनों मध्य प्रदेश प्रवास के दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सीएम के चेहरे से जुड़े सवाल पर कहा कि 2023 का चुनाव मुद्दों पर लड़ा जाएगा,चेहरे पर नहीं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस की रीति-नीति के अनुसार चेहरा तय किया जाएगा. पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पार्टी मध्य प्रदेश में किसी नेता के चेहरे की जगह मुद्दों को आगे करके चुनाव मैदान में जाएगी.


कमलनाथ ने राहुल के बयान पर ये कहा
वहीं, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि अभी बेहद महत्वपूर्ण बैठक हुई. मध्य प्रदेश का भविष्य कैसे सुरक्षित रखा जाए,इस पर चर्चा हुई. जो राहुल गांधी (एमपी में कांग्रेस को 150 सीटें मिलने वाली हैं) जी ने कहा है, हम सभी उनकी बात से सहमत हैं. कमलनाथ ने कहा कि इस भरोसे का आधार है कि राहुल गांधी के पास इनपुट है.


कांग्रेस में नहीं है यह परिपाटी
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे का कहना है कि कांग्रेस में कभी भी सीएम का चेहरा पेश करने की परिपाटी नहीं रही है. भले ही चुनाव के पहले किसी एक नाम पर आम सहमति बन जाए लेकिन पार्टी परिणाम आने के बाद ही उसे जाहिर करती है. मध्य प्रदेश में हाल-फिलहाल कांग्रेस के पास कमलनाथ से बड़ा कोई चेहरा नहीं है. यदि नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी जीत हासिल करती है तो कमलनाथ की ही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ताजपोशी होगी.


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