Jitu Patwari on Indore Jawans Assault Case: मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में सेना के दो अफसर से लूटपाट और उनकी दो महिला मित्रों से मारपीट का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने मोहन यादव (Mohan Yadav) सरकार पर जमकर हमला बोला है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो जवान सीमा पर देश की सुरक्षा करता है, वही आज मध्य प्रदेश में सुरक्षित नहीं है.
जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि "किसान, महिला और जवान, मध्य प्रदेश को बना दिया है इनके लिए श्मशान. महू में सैन्य अधिकारियों को बंदी बना कर उनकी साथी के साथ बलात्कार की घटना बहुत पीड़ादायक है. विडंबना देखिए कि जो जवान सीमा पर देश की सुरक्षा करता है, वही आज मध्य प्रदेश में सुरक्षित नहीं है. इससे ज़्यादा शर्मनाक बात क्या होगी? मुख्यमंत्री जी ने मध्य प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया हैं जहां महिला, दलित, आदिवासी, जवान, किसान, सब पर अत्याचार हो रहा है."
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि "मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है. भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है और, महिलाओं के खिलाफ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है."
उन्होंने आगे लिखा कि "अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है. समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें. देश की आधी आबादी की रक्षा की जिम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे."
कमलनाथ ने सरकार पर बोला हमला
कमलनाथ ने एक्स पर लिखा कि "मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. यहां सेना के अधिकारी तक सुरक्षित नहीं हैं. सेना के प्रशिक्षु अधिकारी को बंधक बनाना और महिला से सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. अपराधी पूरी तरह निरंकुश हैं और प्रदेश की जनता त्रस्त है. मुख्यमंत्री मोहन यादव जी आप ही गृह मंत्री भी हैं, आपके राज में अगर सेना तक असुरक्षित हो गई है तो प्रदेश की आम जनता का क्या होगा?"
क्या है पूरा मामला?
इंदौर में सेना के दो ट्रेनी अफसरों के साथ लूट की घटना सामने आई है. बताया जा रहा है कि दोनों ट्रेनी अफसर अपनी दो महिला मित्रों के साथ जामगेट घूमने के लिए गए थे. रात करीब ढाई से तीन बजे के बीच उन्हें छह बदमाशों ने बंधक बना लिया. बदमाशों ने पहले चारों के साथ जमकर मारपीट की.
इसके बाद दो लोगों को बंधक बनाकर उनके दो साथियों को रुपये लेने के लिए भेजा. इस मामले में गैंगरेप की बात भी सामने आ रही है. हालांकि, लड़कियों ने होश में आने के बाद इससे साफ इंकार कर दिया. इधर चारों लोगों को आर्मी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है.
डीआईजी निमिष अग्रवाल के अनुसार महू के दो आर्मी अफसर अपनी दो महिला मित्रों के साथ जमगेट पर कार में बैठे थे. इसी दौरान छह बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और जमकर मारपीट की. बदमाशों ने चारों के साथ लूटपाट की. इसके बाद एक अफसर और एक महिला को वहीं रोक लिया और दो लोगों को 10 लाख रुपये लाने के लिए कहा.
वहीं रुपये लेने गए ट्रेनी अफसर ने इस घटना की जानकारी अपने सीनियर ऑफिसर्स को दी, जिसके बाद उनकी मदद के लिए अन्य लोग पहुंचे, तब तक आरोपी वहां से भाग निकले थे. सूचना के बाद ग्रामीण एसपी हितिका वासल, एडिशनल डीसीपी रुपेश द्विवेदी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे.
गैंगरेप की बात आई सामने
इधर दोनों अफसरों की महिला मित्रों के साथ गैंगरेप की जानकारी भी सामने आई है. हालांकि, दोनों महिला मित्रों ने होश आने के बाद इस बात से साफ इंकार कर दिया है. इस घटना के बाद पुलिस ने पीड़ितों के बयान लिए और आगे की कार्रवाई शुरू की है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 टीमें बनाई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि घटना के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जबकि चार आरोपी अभी फरार हैं. बता दें इस क्षेत्र में 15 दिन में यह दूसरी वारदात है. इससे पहले गाड़ी पंक्चर कर बदमाशों ने निजी कंपनी में काम करने वाले युवकों से लूटपाट की थी.