MP Politics: मध्य प्रदेश में खाद पर जमकर सियासत हो रही है. कांग्रेस मोहन यादव सरकार को घेरने में जुटी है. अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जोरदार हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को खाद मुहैया कराने के बजाए इवेंट और चुनाव प्रचार में व्यस्त है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्स पर लिखा, "आंकड़े बताते हैं कि सरकार की लापरवाही और अदूरदर्शिता के कारण कुल मांग के अनुपात में खाद की आपूर्ति कम हुई है. किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रहा रहा है. केन्द्रीय कृषि मंत्री के राज्य और खासतौर से गृह जिले सीहोर में खाद का जबरदस्त संकट है. ऐसे में पूरे प्रदेश और देश के हालात का अनुमान लगाया जा सकता है. डबल इंजन की सरकार का नारा जमींदोज हो चुका है. अब डबल बर्बादी जारी है."
खाद संकट पर कांग्रेस का जोरदार हमला
कमलनाथ ने खाद संकट को सरकार की अनदेखी और कृषि विभाग की अधूरी तैयारियों का नतीजा बताया. उन्होंने कहा कि खाद का संकट प्राकृतिक आपदा नहीं है. सरकार का दायित्व होता है मांग और पूर्ति का संतुलन बनाये रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज की समय से पहले व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि नफरत फैलाने और लोगों को लड़ाने में व्यस्त रहने वाली सरकार की खाद-बीज प्राथमिकता नहीं रहती है.
'हर नागरिक सरकारी व्यवस्था से नाराज'
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर लिखा, "प्रदेश का हर नागरिक सरकारी व्यवस्थाओं से नाराज है. डीएपी के बाद अब यूरिया की किल्लत है. किसान सोसायटियों के बाहर रतजगा करने को मजबूर हैं. रबी फसल की बुवाई शुरू हो गई है. सरकार अभी तक चिरनिद्रा में है." उन्होंने कहा कि केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर सहित पूरे प्रदेश में हालात ठीक नहीं हैं. कृषि मंत्री अपने इलाके के किसानों को डीएपी मुहैया नहीं करा पा रहे हैं. ऐसे में बाकी जिलों की हालत समझी जा सकती है.
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