Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के गुना (Guna) जिले के राघोगढ़ में पिता-पुत्र की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद की मांग की है. उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार के साथ हूं और आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है.


राघोगढ़ के वार्ड क्रमांक-3 में रहने वाले प्रभु लाल (78 साल) और उनके पुत्र लक्ष्मी नारायण (30 साल) शुक्रवार को बकरी चराने के लिए जंगल में गए थे. वहीं जब दोनों रात तक नहीं लौटे तो परिजनों ने थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद राघोगढ़ पुलिस ने आसपास के इलाकों में दोनों की तलाश शुरू की. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के पीछे खेत में दो लाश पड़ी हुई है. 


पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की, तो दोनों की पहचान प्रभु लाल और उनके बेटे लक्ष्मी नारायण के रूप में हुई. राघोगढ़ थाना प्रभारी जुबेर खान ने बताया कि दोनों पर कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियार से हमला कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. 


हत्या के बाद बकरियां गायब
राघोगढ़ पुलिस ने बताया कि हत्या की वारदात के बाद प्रभु लाल की बकरियां भी गायब है, जिसे लेकर वह जंगल में निकले थे. इस घटना को लेकर यह भी बात सामने आ रही है कि बकरियों को चुराने के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. इस घटना के बाद लोगों ने हाईवे पर जाम कर दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की है.


दिग्विजय सिंह ने की ये मांग
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि "मेरे गृहनगर राघोगढ़ में केवट समाज के दो गरीब लोगों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. वह बकरी पाल कर अपना जीवन निर्वाह करते थे. उनकी सारी बकरियां ट्रक में भरकर बदमाश ले गए. अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. मैं पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ हूं. शासन को पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता राशि देनी चाहिए."



राघौगढ़ में डबल मर्डर से सनसनी, बकरी चराने गए पिता-पुत्र की खेत में मिली लाश, लोगों ने किया चक्काजाम