MP Politics: दिग्विजय सिंह का ज्योतिरादित्य सिंधिया पर फिर तंज, बोले- 'कांग्रेस में महाराजा थे बीजेपी में भाईसाहब...'
Digvijaya Singh News: पुलवामा हमले को लेकर सत्यपाल मलिक के आरोपों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब मैंने पूर्व में इस पर सवाल खड़े किए थे तो मुझे पाकिस्तानी और राष्ट्रविरोधी कहा गया था.
MP News: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने धार जिले में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस से बगावत करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सिंधिया महाराज कहलाते थे लेकिन बीजेपी में वह सिर्फ भाईसाहब बनकर रह गए हैं. बता दें कि मार्च 2020 में सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे, उनकी इस बगावत की वजह से मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिर गई थी.
'कांग्रेस ने उन्हें महासचिव बनाया, महाराजा की तरह सम्मान दिया'
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे सिंधिया पार्टी छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को भगवा संगठन में अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में सोचना चाहिए. दो बार के मुख्यमंत्री 76 वर्षीय कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सिंधिया को बहुत कुछ दिया. उन्होंने कहा कि मैं और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह उनके पिता माधवराव सिंधिया को पूरे सम्मान के साथ कांग्रेस में लेकर आए थे. उन्होंने कहा कि हमने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में प्रमोट किया, उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया और कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया और उनका महाराजा की तरह सम्मान किया.
सत्यपाल मलिक के आरोपों पर क्या बोले सिंह
वहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इस हमले को लेकर सवाल किए थे तो उन्हें पाकिस्तानी और राष्ट्रविरोधी बताया गया था. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला हुआ, हमारे 40 जवान मारे गए, वे जवान क्यों मारे गए? सिंह ने कहा कि सीआरपीएफ निदेशक ने अनुरोध था कि पुलवामा एक संवेदनशील क्षेत्र है जवानों को श्रीनगर से एक विमान के जरिए दिल्ली भेजा जाना चाहिए लेकिन पीएम मोदी ने उन्हें विमान देने से इंकार कर दिया. उन्होंने क्यों मना किया इसको लेकर उन्होंने जनवरी में सवाल किया था और अब जब मलिक ने भी वही बात दोहराई है तो उन्हें चुप रहने के लिए कहा जा रहा है. इसी प्रकार जब हमने अडाणी का मुद्दा उठाया था तो उस पर भी हमें चुप रहने को कहा गया था. उन्होंने कहा कि केवल तानाशाह की चुप रहने को कहता है. यह लोकतंत्र की भाषा नहीं है.
मानहानि मामले में आरोप तय होने पर क्या बोले सिंह
वहीं व्यापमं भर्ती घोटाले के संबंध में टिप्पणी को लेकर बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा द्वारा दायर किए गए मानहानि मामले में भोपाल की एक विशेष अदालत द्वारा उनके खिलाफ आरोप तय करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आरोप लगाना उनका अधिकार है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह बहुत सोच-विचार के बाद ही कोई बयान देते हैं.