छतरपुर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) कांग्रेस (Congress) में अभी भी गुटबाजी खत्म होती हुई नजर नहीं आ रही है. यह नजर आया मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (kamalnath) के छतरपुर दौरे पर. इस दौरान बड़ा मलहरा में हुई कमलनाथ की सभा के मंच पर लगे बैनर से जिले के तीनों कांग्रेसी विधायकों की फोटो गायब थी. वहीं जब कमलनाथ से मध्य प्रदेश सरकार के शराबबंदी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो सरकार खुद नशे में है, मैं उनके बारे में क्या कहूं. उन्होंने कहा कि मैंने क्या पाप किया था जो शिवराज सिंह चौहान ने मेरी सरकार गिरा दी.


अपनी सरकार के कामकाज गिनाए
छतरपुर जिले के बड़ामलहरा के स्थानीय प्रियदर्शनी स्टेडियम में गुरुवार को कांग्रेस की एक जनसभा का आयोजन किया गया था. इसे संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा पिछले एक दशक के बीजेपी के कार्यकाल में प्रदेश बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था. प्रदेश में ना महिलाए सुरक्षित थीं और ना ही दलित और ओबीसी. उन्होंने कहा कि 2018 में जब प्रदेश में मेरे नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी तो हमने किसानों का कर्ज माफ किया, ग्राम पंचायत स्तर पर गौशालाओं का निर्माण किया, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि इक्कीस से बढ़ाकर इक्यावन हजार रुपये की, पिछड़ों का आरक्षण 27 फीसदी से बढ़ाकर 33 फीसदी किया, गरीब सवर्णों को भी दस फीसदी आरक्षण का लाभ दिया. 


जनसभा में छलका दर्द
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम प्रदेश और प्रदेश वासियो की भलाई के काम लगातार कर रहे थे. इसके बावजूद जाने मैने कौन सा पाप किया था जो मेरी सरकार शिवराज सिंह चौहान ने गिरा दी. लेकिन मैंने सौदेबाजी नहीं की. उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से अपीली की कि वो 2023 में स्वयं और अपने क्षेत्र व प्रदेश की भलाई के लिए जात-पास से ऊपर उठकर कांग्रेस को वोट करें. उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का बदला लिया जाएगा.


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