BJP Vikas Yatra: चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में अब पक्ष और विपक्षी दल के नेता पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं. आज प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने पत्रकारवार्ता आयोजित कर जमकर बीजेपी सरकार पर सवाल दागे. पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी ने सात उदाहरण प्रस्तुत कर भाजपा सरकार द्वारा निकाली जा रही विकास यात्रा पर की खिल्ली उड़ाई. उन्होंने कहा कि विकास यात्रा में भीड़ जुटाने अशीलता का सहारा लिया जा रहा है. जबकि कई गांवों में तो विकास यात्रा को घुसने ही नहीं दिया जा रहा है. 


पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि सफलता वह होती है जिसे सब खुले मन से स्वीकार करें, खुद अपनी तारीफ  करना अपने मुंह मियां होना कहलाता है. मप्र की बीजेपी सरकार अभी यही कर रही है. अपनी सफलता को बताने के लिए भाजपा सरकार के मंत्री, विधायक और नेता गांव-शहर में घूम रहे हैं. सवाल उठना चाहिए कि तथाकथित विकास को दिखाने के लिए यह यात्रा सरकारी खर्चें पर निकाली जा रही हैं यानी जनता की गाड़ी कमाई से मिले टैक्स को यूं ढिंढोरा पीटने में खर्च किया जा रहा है. 


सुरेश पचौरी का कहना है कि सरकार जोरशोर से झूठ बोल रही है और खुद बीजेपी के नेता सवाल उठा रहे हैं. कोई मंत्री दर्जा प्राप्त नेता भ्रष्टाजचार की पोल खोल रहा है तो कोई मंत्री सवाल पूछ रही जनता से धमकी भरे अंदाज में बात कर रहे हैं. वहीं, दूसरी और बीजेपी सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है.


विकास यात्रा में शिकायतों का अंबार
पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी ने कहा कि यदि भाजपा सरकार ने विकास किया है तो वह दिखना भी चाहिए. जनता को यह विकास का अनुभव करना चाहिए, लेकिन जनता तो शिकायत कर रही है कि बिजली नहीं है, पानी नहीं है, प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा नहीं आया, फसल बीमा नहीं मिला. किसान कर्ज माफी क्यों बंद की गई, सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 हजार रुपए क्यों नहीं की गई, 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली योजना क्यों बंद की गई. मुख्यमंत्री जी ने विकास यात्रा में स?कों की हालत देख ली होगी क्या अब भी वह यही कहेंगे की मध्य प्रदेश की सड़कें वाशिंगटन से बेहतर हैं. 


आईना देखने की जरूरत है
प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने कहा कि भाजपा सरकार को आज आईना देखने की जरूरत है और लोकतंत्र में जनता से बड़ा आईना क्या होगा. कथित विकास यात्रा जिन इलाकों से निकल रही है उनमें से अधिकांश स्थानों पर जनता ही विकास यात्रा की पोल खोल रही है, इसका विरोध कर रही है.


'विकास यात्रा की पोल खोलते आठ उदाहरण'
1. उमरिया में आदिवासी महिलाओं ने खाली डिब्बे लेकर विकास यात्रा का विरोध किया.
2. सीधी जिले में विकास यात्रा को गांव में नहीं घुसने दिया. विकास यात्रा के दौरान अपनी समस्याएं बताने वाले लोगों पर लाठी चार्ज किया गया.
3. ब्यावरा में विकास यात्रा के समय लाइट नहीं थी. ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री बद्री लाल यादव को भगा ही दिया.
4. छतरपुर में विकास यात्रा की पोल खोलने के लिए मंजू अग्रवाल को गधे पर बैठकर आना पड़ा. मंजू अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की भ्रष्ट सरकार जनता को गधा समझती है. इसलिए उन्हें  गधे पर आना पड़ा.
5. कैसी विडंबना है कि सिवनी जिले में विकास यात्रा में बच्चों से महात्मा गांधी के खिलाफ  कविता पाठ करवाया गया और सभा में मौजूद भाजपा नेता हंसते रहे.
6. निवाड़ी जिले में विकास यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए अश्लील नृत्य करवाए गए.
7. मध्यप्रदेश सरकार के कुछ मंत्री एवं विधायक विकास यात्रा में जनता को धमकाते हुए एवं गाली गलौज करते हुए नजर आए.
8. इसके अलावा दर्जनों और भी वीडियो प्रदेश की जनता ने देखे है. 


'देश को राहुल गांधी से उम्मीद'
पूर्व मंत्री पचौरी ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार इन सभी सवालों के जवाब देने से बच रही है, वह फिजूल के मुद्दों को खड़ा कर वास्तविकता से जनता का ध्यान बंटा रही है, जबकि जनता के बुनियादी मुद्दों जैसे मंहगाई, बेरोजगारी के खिलाफ  हमारे नेता राहुल गांधी मैदान में उतरे हैं. उनकी अगुवाई में कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ों यात्रा ध्रूवीकरण की राजनीति के खिलाफ  सद्भावना का शंखनाद थी. भारत जोड़ों यात्रा में बु़द्धिजीवी, पर्यावरणवादी, एनजीओ क्षेत्र के प्रतिनिधियों तथा समाज के भिन्न-भिन्न वर्ग के विवेक सम्पन्न नागरिकों ने शामिल हो कर इस सद्भाव के लक्ष्या को अपना समर्थन दिया है.


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