'वार रुकवाने वाले खाद क्यों नहीं मंगवा सकते?' कृषि मंत्री के बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने कसा तंज
MP News: मध्य प्रदेश की सियासत के केंद्र में खाद आ गयी है. बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से जमकर बयानबाजी हो रही है. नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि क्या कृषि मंत्री का बयान भरोसे के काबिल हैं.
MP Politics: मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत पर सियासत शुरू हो गयी है. कांग्रेस ने कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना के बयान पर तंज कसा है. बता दें कि किसानों के लिए जी का जंजाल बनी खाद पर कृषि मंत्री का अजीबोगरीब बयान सामने आया था. उन्होंने कहा था कि खाद की किल्लत का कारण रूस-यूक्रेन युद्ध है. वहीं अब इस पर कांग्रेस ने तंज कसा है.
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वार रुकवाने वाले खाद क्यों नहीं मंगवा सकते. उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच तीन साल से लड़ाई चल रही है. देश में खाद की कमी के हालात क्यों बने.
उमंग सिंघार ने कहा, "विश्वगुरु विदेश नीति का डंका पीटते रहते हैं. क्या किसानों के लिए खाद का आयात नहीं कर सकते. भारत पहले भी मोरक्को, सऊदी अरब, अमेरिका और ब्राजील से खाद आयात करता रहा है. क्या अब विदेश से खाद नहीं मंगाई जा सकती." नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि मेक इन इंडिया के नाम पर देश में क्या बना. बीजेपी की किसान विरोधी नीति का सच सामने आया है. किसानों की समस्याओं पर सरकार पल्ला झाड़ लेती है.
खाद की कमी पर सियासत गर्म
उमंग सिंघार ने कहा कि क्या कृषि मंत्री का बयान भरोसे के काबिल है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र लिखा है. पत्र में खाद की कमी से किसानों को होने वाली परेशानियों का जिक्र किया. कृषि मंत्री कंषाना ने कहा था कि यूक्रेन-युद्ध की वजह से खाद आने में 15 से 20 दिन लग सकते हैं. मध्य प्रदेश में किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
सरकार किसानों के लिए खाद समय पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है. उन्होंने खाद की कमी का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ा. कृषि मंत्री ने कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. अब नेता प्रतिपक्ष उमंघ सिंघार ने पलटवार किया है.
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