Madhya Pradesh Assembly Session: मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की कार्रवाई जारी है. सत्र का तीसरा दिन हंगामे भरा रहा, लेकिन इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिमनी विधायक नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया. विधानसभा से पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटाने को लेकर कांग्रेस के विधायक धरने पर बैठ गए हैं और लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. विधानसभा से पंडित नेहरू की तस्वीर हटाने को लेकर कांग्रेस विधायक पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, डॉ बीआर अंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल की फोटो लेकर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे हैं. नेता  प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित कांग्रेस विधायक बाबा साहब अमर रहे के नारे लगा रहे हैं. 


इस प्रक्रिया के तहत तोमर का चयन


विधानसभा सत्र के आज तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया हुई. निर्वाचन प्रक्रिया के लिए सात बार प्रस्ताव हुआ. पहला प्रस्ताव सीएम डॉ. मोहन यादव ने बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह तोमर के नाम रखा, जिसका समर्थन नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार द्वारा किया गया. दूसरा प्रस्ताव पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रखा, समर्थन विधायक प्रहलाद पटेल ने किया. तीसरा प्रस्ताव विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने रखा, समर्थन डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने किया. चौथा प्रस्ताव कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का रखा, समर्थन कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने किया. पांचवां प्रस्ताव कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह ने किया, समर्थन उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने किया. छठा प्रस्ताव विधायक भूपेंद्र सिंह ने किया, समर्थन विधायक तुलसीराम सिलावट ने किया. सातवां प्रस्ताव कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने रखा, समर्थन हेमंत कटारे ने किया.


कांग्रेस की मांग 'डिप्टी CM हमारा हो'


विधानसभा परिसर में मचे इस हंगामे के बीच सर्व सहमति से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का समर्थन कांगेस ने किया है. अब कांग्रेस डिप्टी स्पीकर का पद चाहती है, यदि बीजेपी ने सहमति दी तो डिप्टी स्पीकर का पद कांग्रेस को मिल जाएगा. 


कभी MP पर राज करने वाले शिवराज-कमलनाथ अब सिर्फ विधायक, दोनों के पास न कोई जिम्मेदारी न ही कोई पद