Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में बिजली के बिल और परीक्षा के दिनों में बिजली कटने को लेकर लोगों ने बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया. उपभोक्ताओं का आरोप है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से ही बिजली के बिल में 2 गुना की बढ़ोतरी हो गई है. इसके अलावा स्मार्ट मीटर से अधिक राशि वसूली जा रही है. साथ ही परीक्षा के दिनों में बिल जमा नहीं होने लाइट काटी जा रही है. लोगों का कहना है हमारे पास एक साथ बिल भरने की राशि नहीं है, हम किश्त में राशि जमा करने को तैयार हैं.
दरअसल स्मार्ट सिटी उज्जैन के कई इलाकों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं. लोगों की शिकायत है कि स्मार्ट मीटर से अधिक बिल आ रहा है. दूसरी तरफ अधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं. बिजली के बिल को अब कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है. आज कांग्रेस के बैनर तले एमपीईबी कार्यालय घेराव किया गया.
डेढ़ लाख तक आया बिजली बिल
इस प्रदर्शन में सबसे ज्यादा संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नूरी खान ने बताया कि स्मार्ट मीटर के कारण लोगों के बिल अधिक आ रहे हैं. कुछ निर्धन लोगों को तो डेढ़ लाख रुपए का बिल थमा दिया गया है. गरीब लोगों के पास दो वक्त की रोजी रोटी का गुजारा करने के लिए रकम नहीं है. ऐसे में उनके घरों की लाइट काटी जा रही है. गरीबों के छोटे-छोटे बच्चे अंधेरे में परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. यही वजह है कि कांग्रेस को मैदान में उतारना पड़ा.
उन्होंने बताया कि एमपीईबी के मुख्य अभियंता बीएल चौहान को ज्ञापन सौंपकर उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है. इस संबंध में चीफ इंजीनियर चौहान से संपर्क करने की कोशिश की गई तो वे उपलब्ध नहीं हो पाए.
पैदल मार्च निकालकर रखी यह मांग
कांग्रेस की ओर से ज्ञापन देते हुए यह मांग रखी गई है कि परीक्षा के दिनों में किसी का भी लाइट कनेक्शन नहीं काटा जाए. इसके अलावा अधिक राशि होने पर कैंप लगाकर किस्तों में राशि का भुगतान करवाया जाए. इसके अलावा अधिक बिल होने पर तकनीकी टीम से परीक्षण करवाकर भुगतान लिया जाए. स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर स्वैच्छिक व्यवस्था का पालन हो. लोगों के घरों में बलपूर्वक स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जाए. कांग्रेस नेत्री नूरी खान के मुताबिक मुख्य अभियंता ने कई मांगों पर स्वीकृति दी है.
चुनावी साल में बिजली के बिल का झटका
हीरामल की चॉल में रहने वाली उषा ज्ञान चंद्रवंशी ने बताया कि उनके घर पर डेढ़ लाख का बिल भेज दिया गया है. वे निर्धन परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने कई बार बिजली के बिल को लेकर शिकायत भी की मगर उसका कोई समाधान नहीं हो पाया. इसी प्रकार रामकन्या बाई ने 50,000 और खुशबू राकेश चौहान ने 48000 का बिल भेजे जाने की शिकायत की. उनका आरोप है कि बिजली का बिल अधिक होने के साथ-साथ त्रुटिपूर्ण है मगर उनकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है. चुनावी साल में बिजली के बिल का झटका गरीबों के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है.
ये भी पढ़ें
MP News: 50 प्रतिशत फसल नुकसान पर 32 हजार रुपये एकड़ देगी सरकार, CM शिवराज का एलान