Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस लोकसभा चुनाव में नकुलनाथ को टिकट देगी. सूत्रों के मुताबिक, छिंदवाड़ा सीट से नकुलनाथ को पार्टी उम्मीदवार बनाएगी. वो इसी सीट से मौजूदा सांसद भी हैं. सूत्रों की मानें तो कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को लेकर कांग्रेस ये सोचती है कि वो सीट सिर्फ वही निकाल सकते हैं. बीते दिनों में कमलनाथ और नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लग रही थीं. कलमनाथ ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया. नकुलनाथ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से कांग्रेस का लोगो हटा दिया था.
17 फरवरी को दिल्ली पहुंचे थे कमलनाथ
गौरतलब है कि कमलनाथ कांग्रेस का बड़ा नाम हैं. अगर वो पार्टी छोड़ते तो कांग्रेस की इमेज को डेंट लगता और बीजेपी को सीधा फायदा हो सकता था. बीजेपी ने हालांकि इस पर खुलकर कुछ नहीं कहा. कमलनाथ 17 फरवरी को मध्य प्रदेश से दिल्ली पहुंचे थे.
कमलनाथ के साथ बेटे भी पहुंचे थे दिल्ली
उनके साथ उनके बेटे नकुलनाथ भी थे. खबर थी कि कमलनाथ के साथ नकुलनाथ भी बीजेपी में शामिल होंगे लेकिन आखिरी वक्त में खेल पलट गया. कमलनाथ कांग्रेस में थे और कांग्रेस में ही रह गए.
कमलनाथ के करीबी ने क्या कहा?
कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कमलनाथ कांग्रेस में ही रहेंगे कोई नराजगी नहीं है. हल्की फुल्की नराजगी होती है. नकुलनाथ भी कांग्रेस में ही रहेंगें कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी में जाने का प्रश्न ही नहीं होता जो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ काम किया हो, बीजेपी में शामिल होने का प्रश्न काल्पनिक है. उन्होंने यहां तक दावा किया कि असंभव है कि कमलनाथ कोई नई पार्टी बनाएं.
समर्थक कर रहे थे बीजेपी में शामिल होने का दावा
कमलनाथ के करीबी ने कहा कि वो कहीं नहीं जाएंगे. लेकिन कल तक कमलनाथ के ही करीबी ताल ठोककर कह रहे थे कि कमलनाथ तो कांग्रेस छोड़ेंगे ही. यहां तक दावा किया था कि पार्टी के ज्यादातर नेता भी उनके साथ ही बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं. कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने कहा था, "11 लोगों की कोर कमेटी की बैठक में हम लोगों ने यह निर्णय लिया कि इस तरह से उपेक्षा अगर हो रही है तो आपको बीजेपी में जाकर ही काम करना होगा. कहां की टिकट मिलने की गारंटी मिली और यदि दल बादल का कानून लागू न हो तो मैक्सिमम लोग कमलनाथ के साथ बीजेपी ज्वाइन करेंगे. मैं भी कमलनाथ जी के साथ बीजेपी ज्वाइन करूंगा."
दीपक सक्सेना कौन हैं?
दीपक सक्सेना मध्य प्रदेश में मंत्री रह चुके हैं. साल 2018 का विधानसभा चुनाव इन्होंने कमलनाथ के किले छिंदवाड़ा से जीता था. कांग्रेस की सरकार बनने पर जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे तो उनके लिए विधानसभा की अपनी सीट तक छो़ड़ दी थी.
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